अभी नहीं ली जाएगी राशि
गैस आधारित शवदाह गृह में अंतिम संस्कार करने में करीब एक व्यावसायिक गैस सिलेण्डर (Gas cylinder) की जरूरत होगी। मण्डल की ओर से लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए अभी इसके अंतिम संस्कार करने पर किसी तरह की राशि नहीं ली जाएगी।
गैस आधारित शवदाह गृह में अंतिम संस्कार करने में करीब एक व्यावसायिक गैस सिलेण्डर (Gas cylinder) की जरूरत होगी। मण्डल की ओर से लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए अभी इसके अंतिम संस्कार करने पर किसी तरह की राशि नहीं ली जाएगी।
आज शाम करेंगे लोकार्पण
गैस आधारित शवदाह गृह का लोकार्पण (opening) समारोह रविवार शाम पांच बजे पंचायत समिति के सामने स्थित श्मशान में किया जाएगा। सचिव अर्जुन मेहता ने बताया कि लोकार्पण वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई करेंगे। मुख्य अतिथ विधायक ज्ञानचंद पारख, विशिष्ट अतिथि सुनील परिहार, पूर्व नगर परिषद सभापति मांगीलाल गांधी, उप सभापति मूलसिंह भाटी, पार्षद जितेन्द्र व्यास, सुनीता आदिवाल होंगे। अध्यक्षता नगर परिषद सभापति महेन्द्र बोहरा करेंगे।
गैस आधारित शवदाह गृह का लोकार्पण (opening) समारोह रविवार शाम पांच बजे पंचायत समिति के सामने स्थित श्मशान में किया जाएगा। सचिव अर्जुन मेहता ने बताया कि लोकार्पण वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई करेंगे। मुख्य अतिथ विधायक ज्ञानचंद पारख, विशिष्ट अतिथि सुनील परिहार, पूर्व नगर परिषद सभापति मांगीलाल गांधी, उप सभापति मूलसिंह भाटी, पार्षद जितेन्द्र व्यास, सुनीता आदिवाल होंगे। अध्यक्षता नगर परिषद सभापति महेन्द्र बोहरा करेंगे।
पेड़ों के संरक्षण की चाह
गैस आधारित गैस शवदाह (crematorium) गृह बनाने के पीछे मंशा पेड़ों को कटने से बचाना है। इसके अलावा लकड़ी में कई जीव होते है। उनके प्रति दया का भाव भी इसमें समाया हुआ है। इस यंत्र से शवदाह करने पर पौन से एक घंटे का ही समय लगेगा।
गैस आधारित गैस शवदाह (crematorium) गृह बनाने के पीछे मंशा पेड़ों को कटने से बचाना है। इसके अलावा लकड़ी में कई जीव होते है। उनके प्रति दया का भाव भी इसमें समाया हुआ है। इस यंत्र से शवदाह करने पर पौन से एक घंटे का ही समय लगेगा।
शंभुलाल शर्मा, अध्यक्ष, हिन्दू सेवा मण्डल