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19 वर्षीय युवती का ऑपरेशन कर निकाली एक किलो की गांठ

– बांगड़ मेडिकल कॉलेज में मरीज की नसों की गांठ निकालने का किया सफल ऑपरेशन

पालीFeb 21, 2019 / 10:50 pm

Om Prakash Tailor

Operation in Bangar Hospital Medical College Pali

19 वर्षीय युवती का ऑपरेशन कर निकाली एक किलो की गांठ

पाली।

शहर के बांगड़ मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को एक 19 वर्षीय युवती का ऑपरेशन कर शल्य चिकित्सकों की टीम ने एक किलो की गांठ निकालने का सफल ऑपरेशन किया।
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल के.सी. अग्रवाल ने बताया कि जिले की एक 19 वर्षीय युवती के बाएं कूल्हे के ऊपरी हिस्से में गांठ थी। परेशान युवती के परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया। आवश्यक जांच करवाने के बाद गुरुवार को डॉक्टर एम.एल. लोहिया, डॉ. प्रभुदयाल, एनेस्थेटिक डॉ. नूपुर अबरोल की टीम ने युवती का सफल ऑपरेशन किया। करीब 45 मिनट तक चले ऑपरेशन में युवती के कूल्हे के ऊपरी हिस्से में बनी करीब एक किलों की नसों की गांठ निकालने का सफल ऑपरेशन किया।
क्या हैं केवरनस हिमेनजियोमा
डॉ. प्रभुदयाल ने बताया कि केवरनस हिमेनजियोमा (नसों की गांठ) एक जन्मजात बीमार है। जो जो औसतन जन्म लेने वाले २०० बच्चों में से एक को होती है। उम्र बढऩे के साथ ही इस गांठ का आकार भी बढ़ता रहता है। १८-२० साल की उम्र होने पर मरीज को इस गांठ के कारण दर्द होने लगता है।
मरीज की बॉडी में अन्य नसों पर दबाव बढ़ता। जिससे मरीज को लकवा तक हो सकता है। गांठ पर चोट लगने पर मरीज के बॉडी से इतना खून बहता कि चंद मिनटों में उसकी मौत तक हो सकती है। इस नसों की गांठ में खून के अधिक होने से हाई आउटपुट हार्ट फेल होने का भी खतरा रहता है। साथ ही गांठ का आकार बढऩे के साथ ही मरीज की हड्डी भी क्षतिग्रस्त होने का खतरा रहता है। उन्होंने बताया कि मरीज का निजी अस्तपाल में ऑपरेशन होता तो ५० हजार से अधिक का खर्चा आता।
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