अरुणा और संजय कॉलेज में अच्छे मित्र हुआ करते थे। ये दोस्ती का रिश्ता करीब 4 साल तक रहा। 2005 में संजय ने अरुणा को फोन किया और पूछा क्या मेरी जीवन साथी बनोगी। एक बार तो अंजना यह सुनकर चौंक गई लेकिन हां कर दी।
बकौल अरुणा भारतीय संस्कृति में पति पत्नी का रिश्ता जीवन में उतना ही अनमोल है जितना माता-पिता का रिश्ता। वह कहती हैं कि सुख दुख में अपने पति का साथ निभाना सबसे ज्यादा अच्छा लगता है। उसका कहना है कि आपसी समझ की सोच ही इस रिश्ते को और ज्यादा प्यारा बनाती है।
कुंदन मल शर्मा और कोकिला शर्मा की बेटी अरुणा उपाध्याय ने हिंदी और राजनीति विज्ञान में एमए करने के बाद लेखन में जाने का मानस बनाया। तभी इनके साथ ही रहे संजय के साथ वह 2005 में शादी के बंधन में बंध गई। इनकी शादी शोभा उपाध्याय और गोपाल उपाध्याय के पुत्र संजय के साथ हुई हैं इसके बाद अरुणा अपने पति के साथ महाराष्ट्र के नागपुर में ही में ही बस गई। वे बताती है कि एक बार जब संजय जिम लगाने के लिए सामान खरीदने के लिए पंजाब के जालंधर में गए तभी वहां उन्हें बुखार आ गया। वहां चिकित्सकों ने पेन किलर ज्यादा दे दी। तब तो संजय को आराम मिल गया लेकिन बाद में तबीयत बिगड़ती गई। जब संजय को दूसरे चिकित्सकों से जांच करवाई तो पता चला की पेन किलर ज्यादा दे देने से उनकी किडनी डैमेज हो गई। परिजनों के कहने पर संजय और अरुणा नडियाद पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उनकी दोनों किडनी खराब बता दी। अरुणा बताती हैं कि एक किडनी वजनी हो गई थी। हालांकि चिकित्सकों ने उनको दो ऑप्शन बताए डायलिसिस और ट्रांसप्लांट लेकिन अरुणा ने ट्रांसप्लांट को चुना। खुद ही किडनी देने में हामी भी भर दी। अरुणा की किडनी मैच होने के बाद इस साल 20 जून को डायलिसिस शुरू की गई। 8 जुलाई को संजय की दोनों किडनी निकाल दी। 20 जुलाई को अरुणा की किडनी संजय का ट्रांसप्लांट की गई। आज अरुणा और संजय 13 साल के पुत्र प्रणव के साथ हंसी-खुशी जीवन जीवन यापन कर रहे हैं।
जब संजय को नडियाद में चिकित्सकों से जांच करवाई तो चिकित्सकों ने संजय की दोनों किडनी खराब बता दी अरुणा की मानें, तो संजय की दोनों किडनी 2 किलो वजनी हो गई थी, ऐसे में दोनों किडनी निकालना बहुत जरूरी था। किडनी ट्रांसप्लांट की बात आई तो अरुणा ने बिना एक पल भी गवाएं किडनी देने के लिए हां बोल दिया। किडनी मैच भी हो गई लेकिन जब चिकित्सकों ने अरूणा का स्वास्थ्य जांचा तब उनका वजन 94 किलो था जो काफी ज्यादा था। वजन ज्यादा होने से बीपी की समस्या हो सकती थी ऐसे में चिकित्सकों के कहने अपने पति के को किडनी देने के लिए उसने महज दो माह में अपना वजन 20 किलो कम कर दिया।