करवा चौथ आज : सुहागिनें करेंगी ‘चांद’ का दीदार हम बात कर रहे हैं कुशालपुरा के बेरा गुजराइत की सीतादेवी सीरवी की। ये पतिव्रता धर्म का बखूबी पालन कर रही हैं। इनके पति लिखमाराम सीरवी किसान हैं। जीवन के 60 बसंत देख चुके लिखमाराम ने खेती कर अपने तीन बेटों व एक बेटी को शिक्षा दिलाने के साथ के ही उनका विवाह भी किया। इनके बेटे चेन्नई में काम करते हैं। जबकि बेटी ससुराल है। पिछले साल खेत पर जाते समय सांड ने लिखमाराम पर हमला कर दिया।
करवा चौथ विशेष : पति पर आया संकट तो पत्नी ने किया अपना अंग दान, दूसरों के लिए बन गईं प्रेरणा, पढ़ें पूरी खबर… जिससे इनकी रीढ़ की हड्डी में गम्भीर चोट आने से वे खड़े नहीं हो सकते। इनकी पत्नी सीता देवी 56 वर्ष की उम्र में खेती बाड़ी करती हैं। ये रोजाना सुबह पति को नहलाने व भोजन कराने के बाद उन्हें दवाई देकर खेत में कृषि कार्य करने जाती हैं। दोपहर में घर आकर पति को संभालने के बाद दुबारा खेत में जाती हैं। शाम को घर लौट भोजन बना अपने हाथों से पति को खिलाती हैं। सीता देवी के इस संघर्ष से इनकी क्षेत्र में अलग पहचान बनी है।