पुराने शिक्षक, प्रशिक्षण शिविरों के प्रति रुचि कम दिखाते है। इसी परिपाटी को अपनाकर लेवल एक व दो के 30 नवनियुक्त शिक्षक भी अनुपस्थित रहे। लेवल दो के गणित व विज्ञान विषय के 97 व अंग्रेजी के 60 शिक्षक शिविर में बिना सूचना नहीं पहुंचे। दूसरे जिलों में 180 शिक्षकों को भेजना तय हुआ था। इनमें से 64 अनुपस्थित रहे और 4 को राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से राहत दी गई थी।
उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रध्नाध्यापकों को लीडर शिप का प्रशिक्षण दिया जाना था। इसके लिए जिले के 216 प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया था। इनमें से 142 ने उपस्थिति दर्ज कराई और 70 शिक्षक अनुपस्थित रहे। जबकि 4 प्रधानाध्यापकों को राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से राहत दी गई थी।
शिविरों में अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों को फिलहाल नोटिस जारी किए गए है। अब संतुष्टीपूर्ण उत्तर नहीं देने पर शिक्षकों का प्रशिक्षण अवधि के समय का वेतन रोका जा सकता है। इसके साथ ही सीसीए नियम 17 के तहत कार्रवाई करने के साथ वेतनवृद्धि भी रोकी जा सकती है।
शिक्षकों को नवाचारों और शिक्षा को रोचक बनाने के लिए शिक्षा विभाग अब तक रमसा व सर्व शिक्षा अभियान की ओर से प्रशिक्षण शिविर लगाता रहा है। इस बार यह शिविर समसा (समग्र शिक्षा अभियान) के तहत शीतकालीन अवकाश के दौरान लगाया गया था। जिसमें शिक्षक अनुपस्थित रहे।
सभी अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों को नोटिस जारी किए है। नोटिस का जवाब संतोषजनक नहीं होने पर कार्रवाई की जाएगी। इस वर्ष अनुपस्थित शिक्षकों की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में कम रही है। -भारतसिंह लखावत, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक, समसा, पाली