जूलियन असांजे का प्रत्यर्पण: मामले को अंतिम रूप देने के लिए अमरीका के पास 2 महीने का समय प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया गया आंतरिक मंत्रालय को क्वेटा विस्फोट पर एक व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत करने और आतंकवादियों के खिलाफ अब तक की गई कार्रवाई और ऐसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया गया था। पैनल ने बलूचिस्तान में निकट अतीत में प्रतिबंधित संगठनों के कार्यकर्ताओं की रिहाई के बारे में एक रिपोर्ट भी मांगी। सीनेटर मलिक ने कहा कि बलूचिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों में पड़ोसी देश की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता है क्योंकि इस तरह के धमाकों को संप्रदायवादी झड़पों को उकसाने और पाकिस्तान को अस्थिर करने की साजिश के रूप में देखा जा रहा है।
आईवीएफ स्कैंडल में फंसा डॉक्टर, 49 बच्चों का निकला पिता विस्फोट में आईडी का इस्तेमाल गौरतलब है कि हजारा समुदाय पर बीते दिनों हुए हमले में मारे गए लोगों में आठ लोग हजारा समुदाय के हैं, जिन्हें सांप्रदायिक हिंसा का शिकार बनाया जाता रहा है। बताया जा रहा है कि आलू से भरी एक बोरी में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईडी) लगा था। इसका टाइम सेट किया गया था या यह रिमोट नियंत्रित था। मृतकों में एक सैनिक भी शामिल है। इस हमले की अभी तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। पिछले चार दशकों के दौरान हिंसा से बचने के लिए अफगानिस्तान से भागकर आए करीब पांच लाख हजारा समुदाय के लोग क्वेटा में बस गए हैं। हजारा समुदाय के लोग छोटे-मोटे व्यापारी होते हैं। उन्हें हजारीगंज से आने-जाने के दौरान सुरक्षा मुहैया कराई जाती है, क्योंकि ये लगातार निशाने पर रहते हैं।
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