रात में दरगाह जा रहे थे सभी लोग
रिपोर्ट के मुताबिक ये यात्री बलूचिस्तान (Balochistan) के खुजदार जिले में सुदूर मुस्लिम सूफी दरगाह शाह नूरानी पर श्रद्धांजलि देने जा रहे थे तभी ये हादसा हुआ। घटना में घायल हुए ट्रक के चालक करीम बख्श को भी हिरासत में ले लिया गया है।
रात के अंधेरे में नहीं दिखा मोड़
सब-डिविजनल पुलिस ऑफिसर (SDPO) सकरो वाजिद अली ने बताया कि रात के अंधेरे में ड्राइवर की लापरवाही रही कि उसे आगे आ रहे मोड़ का अंदाज़ा नहीं रहा और मोड़ पर मुड़़ने के बजाय बस सीधी चली और खाई में गिर गई।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि ये ट्रक हब जिले के मकली के कासिम जोखियो गांव से 70 से ज्यादा लोगों को दरगाह ले जाने के लिए निकला था। मरने वाले 17 लोगों में से 15 की शिनाख्त हो गई है। बाकी घायलों को कराची के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मारे गए लोगों को उनके पैतृक गांव मकली में दफनाया जाएगा।
पुलिस और परिवार के बयानों में बडा़ फर्क
इधर पीड़ितों और मृतकों के परिवारों का कहना है कि ये ट्रक दोपहर 2 बजे मकली से निकला था जबकि हादसा रात 8 बजे हुआ। उन्हें हादसे की जानकारी रात 9 बजे मिली। वहीं इस हादसे में कम से कम 20 लोगों की मौत हुई है। सभी लोग मकली के एक ही गांव कासिम गोथ के हैं और हर साल दरगाह आते हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि सभी तीर्थयात्री सिंध के थट्टा जिले के थे।
पुलिस और पीड़ितों के परिवारों की दी गई जानकारी में आ रहे बड़े अंतर को लेकर भी परिवारों में रोष है। उनका कहना है कि पुलिस मरने वाले लोगों की संख्या कम और हादसे के समय को अपने मनमुताबिक बता रही है जो दिखाता है कि वो इस अपनी जिम्मेदारी से हट रही है।