आराम में टीवी देखकर सरदार बना रहे थे रियो की रणनीति
Published: Jun 19, 2016 04:44:00 pm
सरदार सिंह चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भले ही टीम के साथ मौजूद नहीं थे, लेकिन
लंदन में कप्तानी कर रहे गोलकीपर पीआर श्रीजेश के साथ वह हर समय जुड़े हुए
थे
– चैंपियंस ट्रॉफी में नहीं खेले भारतीय हॉकी कप्तान सरदार सिंह ने किया अपने आराम के दिनों का खुलासा
– कहा कि पहली बार साथी खिलाडिय़ों को टीवी पर खेलते देखकर जान पाया कई कमियां
कुलदीप पंवार, नई दिल्ली
चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी में भारतीय टीम के रनरअप रहने के दौरान यदि किसी एक खिलाड़ी को हॉकी प्रेमियों ने सबसे ज्यादा याद किया तो वो थे भारतीय कप्तान सरदार सिंह। रियो ओलंपिक से पहले थोड़ा आराम करने के इरादे से चैंपियंस ट्रॉफी में नहीं गए सरदार ने इस दौरान टीवी देखकर अपनी टीम को ओलंपिक खिताब जिताने की रणनीति भी तैयार कर ली। ऐसा उन्होंने किया चैंपियंस ट्रॉफी में टीवी पर दिखाए जा रहे भारत समेत सभी टीमों के मैचों को देखकर।
मानसिक रूप से टीम में ही थे मौजूद
सरदार सिंह चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भले ही टीम के साथ मौजूद नहीं थे, लेकिन लंदन में कप्तानी कर रहे गोलकीपर पीआर श्रीजेश के साथ वह हर समय जुड़े हुए थे और इस तरह भले ही वह शारीरिक तौर पर मैदान में नहीं होकर भी मानसिक रूप से टीम की हर रणनीति से जुड़े हुए थे। सरदार सिंह का कहना है कि आराम के इन दिनों का सबसे बड़ा लाभ उन्हें हुआ अपनी टीम के खेल के कमजोर पहलू जानने में। सरदार का कहना है कि दूसरी टीमों को तो टीवी पर खेलते देखकर पहले भी हम उनकी कमियां भांपकर रणनीति तैयार करते थे, लेकिन पहली बार अपनी टीम की कमजोरियां इस तरह जानने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि मैंने कई पहलू पर नई रणनीति तैयार की है और उसे अब जल्द ही टीम के सभी साथियों को बताऊंगा, जिससे हम रियो ओलंपिक में देशवासियों को गर्व का अहसास करा सकें।
वेलेंसिया में मिलेगा रणनीति जांचने का मौका
एफआईएच के टॉप-5 खिलाडिय़ों में रह चुके भारतीय हॉकी कप्तान का कहना है कि मुझे रियो से पहले अपनी रणनीति को जांचने का एक बढिय़ा मौका स्पेन के वेलेंसिया में मिलेगा, जहां हम छह देशों का आमंत्रण टूर्नामेंट खेलने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चैंपियंस ट्रॉफी में हमारे बेहतरीन प्रदर्शन का कारण सभी खिलाडिय़ों का अपनी जिम्मेदारी को अच्छी तरह समझना और निभाना रहा। वर्तमान ओलंपिक चैंपियन जर्मनी और वर्तमान विश्व चैंपियन ऑस्टे्रलिया के खिलाफ मैचों में जोरदार प्रदर्शन इस लिहाज से भी बेहद अहम था कि ये दोनों देश अपनी कोर टीमों के साथ चैंपियंस ट्रॉफी में पहुंचे थे। ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों के खिलाफ अंतिम मिनट तक अपनी भावनाओं को काबू में रखना होता है और फाइनल में बहुत हद तक टीम इसमें सफल भी रही।