निर्धारित समय तक दोनों टीम 1-1 की बराबरी पर रहीं
विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन स्टेडियम में रविवार को खेले गए मुकाबले में दोनों टीमों ने दमदार खेल दिखाया। केरल ने मैच की अच्छी शुरुआत की और जितिन एम.एस ने 19वें मिनट में गोल दागकर मेहमान टीम को 1-0 से आगे कर दिया। एक गोल से पिछड़ने के बाद बंगाल ने भी अपने खेल को बेहतर किया लेकिन वह गोल करने में कामयाब नहीं हो पाए।दूसरा हाफ बंगाल के लिए शानदार रहा और 68वें मिनट में कप्तान जीतेन मुर्मू ने गोल करके मेजबान टीम को बराबरी पर ला खड़ा किया। इसके बाद, निर्धारित समय में कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई।
विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन स्टेडियम में रविवार को खेले गए मुकाबले में दोनों टीमों ने दमदार खेल दिखाया। केरल ने मैच की अच्छी शुरुआत की और जितिन एम.एस ने 19वें मिनट में गोल दागकर मेहमान टीम को 1-0 से आगे कर दिया। एक गोल से पिछड़ने के बाद बंगाल ने भी अपने खेल को बेहतर किया लेकिन वह गोल करने में कामयाब नहीं हो पाए।दूसरा हाफ बंगाल के लिए शानदार रहा और 68वें मिनट में कप्तान जीतेन मुर्मू ने गोल करके मेजबान टीम को बराबरी पर ला खड़ा किया। इसके बाद, निर्धारित समय में कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई।
अतिरिक्त समय में भी बराबरी पर रहीं दोनों टीम
अतिरिक्त समय में दोनों टीमों पर थकान असर साफ नजर आ रही थी और मैच के 112वें मिनट में राजोन बर्मा को रेड कार्ड मिला। इसके बाद, 118वें मिनट में विबिन ने गोल दागकर केरल को बढ़त दिला दी। अतिरिक्त समय के इंजुरी टाइम में बंगाल को फ्री-किक मिली जिसे गोल में डालकर र्तीथांकर ने मैच में मेजबान टीम की अप्रत्याशित वापसी करा दी। र्तीथांकर के शानदार गोल की बदौलत मैच पेनाल्टी शूटआउट में पहुंच गया।
अतिरिक्त समय में दोनों टीमों पर थकान असर साफ नजर आ रही थी और मैच के 112वें मिनट में राजोन बर्मा को रेड कार्ड मिला। इसके बाद, 118वें मिनट में विबिन ने गोल दागकर केरल को बढ़त दिला दी। अतिरिक्त समय के इंजुरी टाइम में बंगाल को फ्री-किक मिली जिसे गोल में डालकर र्तीथांकर ने मैच में मेजबान टीम की अप्रत्याशित वापसी करा दी। र्तीथांकर के शानदार गोल की बदौलत मैच पेनाल्टी शूटआउट में पहुंच गया।
पेनल्टी शूटआउट में चमके केरल के गोलकीपर
अंकित और नाबी हुसैन खान, बंगाल के लिए पहली दो पेनाल्टी में गोल करने से चूक गए। केरल के गोलकीपर मिधुन ने दोनो मौकों पर शानदार बचाव किए। इसके बाद, र्तीथांकर एवं सानचयान ने पेनाल्टी से गोल किए लेकिन वह बंगाल की हार नहीं टाल सकी क्योंकि केरल एक भी बार पेनाल्टी को गोल में बदलने से नहीं चूके। केरल के लिए राहुल वी राज, जितिन गोपालन ने गोल दागे। अंतिम शॉट के लिए बंगाल के कप्तान जीतेन मुर्मू ने गोलकीपर के दस्ताने थामे लेकिन वह सिसेन एस के तेज शॉट को रोक नहीं पाए और केरल ने तीन सत्र के अंतराल के बाद यह ट्रॉफी जीती।
अंकित और नाबी हुसैन खान, बंगाल के लिए पहली दो पेनाल्टी में गोल करने से चूक गए। केरल के गोलकीपर मिधुन ने दोनो मौकों पर शानदार बचाव किए। इसके बाद, र्तीथांकर एवं सानचयान ने पेनाल्टी से गोल किए लेकिन वह बंगाल की हार नहीं टाल सकी क्योंकि केरल एक भी बार पेनाल्टी को गोल में बदलने से नहीं चूके। केरल के लिए राहुल वी राज, जितिन गोपालन ने गोल दागे। अंतिम शॉट के लिए बंगाल के कप्तान जीतेन मुर्मू ने गोलकीपर के दस्ताने थामे लेकिन वह सिसेन एस के तेज शॉट को रोक नहीं पाए और केरल ने तीन सत्र के अंतराल के बाद यह ट्रॉफी जीती।