दो-दो बार की विजेता हैं दोनों टीमें-
इतिहास देखें तो भारत और पाकिस्तान एशिया में दो सबसे मजबूत हॉकी टीमें हैं। यह दोनों ही टीम दो-दो बार एशियाई हॉकी चैंपियन का खिताब अपने नाम करने में कामयाब रहीं हैं। भारत ने इस ट्रॉफी पर साल 2011 और 2016 में कब्जा जमाया था वहीं पाकिस्तान ने दो बार लगातार 2012 और 2013 में इस खिताब को जीता था। इससे पहले भारत और पाकिस्तान इसी टूर्नामेंट के राउंड-रॉबिन मुकाबले में भिड़े थे जहां भारत ने पाकिस्तान पर 3-1 से आसान जीत दर्ज की थी।
भारत का फाइनल तक का सफर-
डिफेंडिंग चैंपियन भारत ने अपने खिताब का बचाव बखूबी किया। कोई भी टीम उसे मात देने में नाकामयाब साबित हुई। भारत ने फाइनल में पहुंचने से पहले 6 मुकाबले खेले जिसमे सभी में उसने जीत हासिल की। इस टूर्नामेंट में भारत ने केवल मलेशिया से ड्रा खेला था और उसने सभी मुकाबलों में जीत हासिल की थी। भारत ने ओमान को (11-0), जापान को (9-0), कोरिया को (4-1), और पाकिस्तान को (3-1) से लीग मुकाबले में आसानी से मात दी।
सेमीफाइनल मुकाबलों में इनसे हुई भिड़ंत-
सेमीफाइनल मुकाबले में भारत ने जापान को शिकस्त दी थी। इस मुकाबले में भारत की ओर से गुरजंत (19वें), चिंगलेनसाना (44वें) और दिलप्रीत (55वें मिनट) में 1-1 गोल दागे। जबकि जापान की ओर से दो गोल हुए थे। जापान के तरफ से हिरोताका वाकुरी (22वें) और हिरोताका जेनदाना (56वें मिनट) में 1-1 गोल दागा था। वहीं पाकिस्तान ने शनिवार देर रात खेले गए एक अन्य सेमीफाइनल मैच में मलेशिया को शूटआउट में 3-1 से हराकर खिताबी मुकाबले में कदम रखा था।