अंतिम समय में बहरीन की यावी ने पीछे किया-
2010 की एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाली सुधा एक समय स्वर्ण पदक की दौड़ में थी लेकिन बहरीन की विनफ्रेड यावी ने आखिरी समय में सुधा को पीछे छोड़ दिया। विनफ्रेड ने नौ मिनट 36.52 सेकेंड का समय निकालते हुए स्वर्ण पदक जीता।
कांस्य पर वियतनाम ने जमाया कब्जा-
सुधा ने एशियाई चैम्पियनशिप-2017 में स्वर्ण जीता था। इससे पहले वह 2013 में भी एशियाई चैम्पियनशिप में स्वर्ण जीता था। इंचियोन में 2014 में खेले गए एशियाई खेलों में इससे बेहतर नौ मिनट 35.64 सेकेंड का समय निकाला था लेकिन फिर भी चौथे स्थान पर रही थीं। कांस्य पदक पर वियतनाम की थि ओन्ह गुयेन ने नौ मिनट 43.83 सेकेंड का समय निकला। भारत की एक और धावक चिंता 11वें स्थान पर रहीं। उन्होंने 10 मिनट 26.21 सेकेंड का समय निकाला।
धरुण अय्यासामी ने भी जीता पदक-
भारत के धरुण अय्यासामी ने यहां जारी एशियाई खेलों के नौवें दिन पुरुषों की 400 मीटर बाधा दौड़ स्पर्धा के फाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ देते हुए रजत पदक पर कब्जा किया। सोमवार को हुई फाइनल रेस में धरुण ने 48.96 सेकेंड का समय निकालते हुए दूसरा स्थान हासिल किया। यह नौवें दिन भारत का दूसरा पदक है।
कतर के नाम रहा स्वर्ण पदक –
भारत के संतोष कुमार तमिलारसन 49.66 सेकेंड का समय निकालते हुए पांचवां स्थान हासिल किया। स्वर्ण पदक कतर के अब्देररहमान सांबा के नाम रहा जबकि जापान के ताकातोशी अबे को कांस्य से संतोष करना पड़ा। अब्देररहमान ने 47.66 और ताकातोशी ने 49.12 सेकेंड में रेस पूरी की।