कुल 803 लोगों का दल जाएगा इंडोनेशिया-
एशियन गेम्स 2018 के लिए भारत से कुल 803 लोगों का दल जाएगा। जिसमें 572 एथलीटों के अलावा डॉक्टर, मैनेजर और अन्य अधिकारी मौजूद होंगे। भारत की कोशिश एशियन गेम्स में ज्यादा से ज्यादा पदकों पर कब्जा जमाने की होगी। बताते चले कि पिछली बार 2014 में हुए एशियन गेम्स में भारत को 11 स्वर्ण, नौ रजत और 37 कांस्य सहित कुल 57 पदक हासिल हुए थे।
नीरज चोपड़ा ध्वजवाहक-
इस बार एशियन गेम्स 2018 में भारतीय एथलीट दल में ध्वजवाहक की जिम्मेदारी नीरज चोपड़ा को दी गई है। गौरतलब हो कि नीरज भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट है। नीरज ने हाल ही में भाला फेंक टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक हासिल किया है। पिछली बार 2014 में भारतीय एथलीट दल में ध्वजवाहक की जिम्मेदारी सरदार सिंह ने निभाई थी।
पदकों के मामले में चीन नंबर वन-
एशियन गेम्स 2018 का इस टूर्नामेंट का 18वां संस्करण है। अबतक हुए 17 आयोजनों में चीन सबसे ज्यादा पदक जीतने में कामयाब रहा है। चीन के खाते में 1,342 स्वर्ण, 900 रजत और 653 कांस्य समेत कुल 1895 पदक हैं। चीन के बाद दूसरे नंबर पर जापान है। जापान के खाते में 957 स्वर्ण, 980 रजत और 913 कास्य के साथ कुल 2,850 मेडल लेकर जापान दूसरे पायदान पर है। स्वर्ण पदक के लिहाज से बात करें तो भारत छठे नंबर पर है। भारत ने अबतक 139 गोल्ड, 178 सिल्वर और 299 ब्रॉन्ज समेत कुल 616 मेडल जीते हैं।
भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन-
एशियन गेम्स में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2010 में ग्वांग्झू में आयोजित एशियन गेम्स के दौरान आया था। उस साल भारत ने 14 स्वर्ण, 17 रजत और 34 कांस्य समेत कुल 65 पदत जीतने में कामायबी हासिल की थी। वहीं रैंकिंग के लिहाज से बात करे तो भारत का सबसे अच्छा प्रदर्शन साल 1951 था। 1951 में एशियन गेम्स का पहला आयोजन भारत में ही हुआ था। तब भारत ने 15 स्वर्ण, 16 रजत और 20 कांस्य के साथ कुल 51 पदक जीतने में कामयाबी हासिल की थी। उस साल भारत की रैंकिंग दूसरी थी।