दूसरी ओर पाली में भी भाजपा और कांग्रेस ने विधानसभावार प्रभारी नियुक्त किए हैं।पाली कांग्रेस को अभी कार्यकारिणी का इंतजार है। भाजपा के जिलाध्यक्ष बदलने की भी चर्चाएं हैं। हालांकि, चुनावों की निकटता के कारण एक्सटेंशन देने पर भी विचार किया जा सकता है। पाली में विधायक ज्ञानचंद पारख और नगर परिषद सभापति के पति राकेश भाटी के बीच जुबानी जंग जारी है। भाटी ने अपने जन्म दिन पर रक्तदान शिविर के नाम पर बड़ा आयोजन किया। इसमें विधायक निशाने पर रहे। भाटी ने आह्वान किया कि इस बार परिवर्तन करें नहीं तो आने वाली पीढियां माफ नहीं करेंगी। भाटी अब भी भाजपा से निष्कासित है, लेकिन विधायक से उनकी ठनी हुई है।
वहीं नागौर में भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को बड़ी जिम्मेदारी मिलने से कार्यकर्ताओं में फीलगुड का दौर जारी है। यहां के सीआर चौधरी को बीकानेर संभाग और जगबीर छाबा को जोधपुर संभाग का प्रभारी बनाया है। दोनों नेताओं की विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने से कार्यकर्ताओं में हर्ष है। आलाकमान के शब्दों को मापतोल कर बोलने की नसीहत के बाद से ही नागौर के कांग्रेस खेमे में अभी सन्नाटा सा पसरा हुआ है। पिछले दिनों मकराना सीआई को हटाने के लिए कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जाकिर हुसैन गैसावत के सीएमओ और कांग्रेस प्रदेश प्रभारी तक पहुंचने की खासी चर्चा रही है।
वहीं नागौर में भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को बड़ी जिम्मेदारी मिलने से कार्यकर्ताओं में फीलगुड का दौर जारी है। यहां के सीआर चौधरी को बीकानेर संभाग और जगबीर छाबा को जोधपुर संभाग का प्रभारी बनाया है। दोनों नेताओं की विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने से कार्यकर्ताओं में हर्ष है। आलाकमान के शब्दों को मापतोल कर बोलने की नसीहत के बाद से ही नागौर के कांग्रेस खेमे में अभी सन्नाटा सा पसरा हुआ है। पिछले दिनों मकराना सीआई को हटाने के लिए कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जाकिर हुसैन गैसावत के सीएमओ और कांग्रेस प्रदेश प्रभारी तक पहुंचने की खासी चर्चा रही है।