एक कांग्रेसी नेता के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं जिन्हें चुुनाव लड़े बिना ही हजारों वोट मिल गए थे।
इस कांग्रेसी नेता को चुनाव लड़े बिना ही मिल गए थे हजारों वोट, राहुल गांधी को दिया था ‘धोखा’
नोएडा। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जहां एक तरफ भाजपा के नेता और कार्यकर्ता लोगों के बीच जाकर पार्टी के कार्यों का बखान कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षी पार्टी हर हाल में इस लोकसभा चुनाव में भाजपा को परास्त करने के लिए प्लानिंग कर रही हैं।
चुनाव से पहले नेताओं द्वारा पार्टी बदलने के खेल को हर कोई अब बखूबी समझता है। कई बार ऐसा होता है कि चुनाव से कुछ समय पहले ही नेता पार्टी बदल लेते हैं। ऐसे ही एक कांग्रेसी नेता के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं जिन्हें चुुनाव लड़े बिना ही हजारों वोट मिल गए थे। इतना ही नहीं, इन नेता पर उस समय कांग्रेस को धोखा देना का भी खूब आरोप लगा था।
दरअसल, हम बात कर रहे हैं भाजपा से गाजियाबाद से चार बार सांसद रहे प्रोफेसर रमेश चंद तोमर की। वह10वीं, 11वीं, 12वीं और 13वीं लोकसभा में गाजियाबाद से सांसद रह चुके हैं। 2009 में राजनाथ सिंह को भाजपा की तरफ से लोकसभा चुनाव में गाजियाबाद से टिकट दे दिया गया था। जिसके चलते रमेश चंद को टिकट नहीं मिल सका था। इससे नाराजा होकर उन्होंने भाजपा का दामन छोड़ कर कांग्रेस ज्वाइन कर ली था।
जिसके बाद कांग्रेस ने उन्हें 2009 में गौतमबुद्ध नगर से लोकसभा चुनाव का टिकट दिया, हालांकि वह हार गए। फिर बाद कांग्रेस से उन्हें 2014 लोकसभा में गौतमबुद्ध नगर से ही टिकट दिया। यहां उनके लिए प्रचार भी जोरों से किया गया। लेकिन वोटिंग से ठीक तीन दिन पहले ही वह भाजपा के पाले में खड़े नजर आए। कारण, मतदान से तीन दिन पहले गाजियाबाद के इंदिरापुरम में हुई नरेंद्र मोदी की रैली में वह शामिल हुए और भाजपा का दामन थाम लिया।
इसके चलते कांग्रेस को बहुत बड़ा झटका लगा था। वहीं उस समय नामांकन वापस लेने की तारीख भी निकल चुकी थी। जिसके बाद चर्चा का बाजार गर्मा गया था और कांग्रेस के पास भी कोई दूसरा प्रत्याशी उतारने का मौका नहीं था। वहीं 2014 लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद गौतमबुद्ध नगर से भाजपा के डॉ. महेश शर्मा को 599702 वोट मिले, जबकि रमेश चंद तोमर के नाम पर भी 12727 वोट पड़े थे। जिसके बाद यह खूब जोरों से चर्चा हुई कि एक तरह से कांग्रेस की तरफ से चुनाव न लड़ते हुए भी रमेश चंद तोमार को 12 हजार से अधिक वोट मिले।