कहा- मुलायम सिंह का क्या ठिकाना मुलायम सिंह यादव के नमो प्रेम पर राज्यसभा सांसद अमर सिंह्र ने कहा, उनको मैं बधाई देना चाहता हूं। उन्होंने मोदी को पुन: प्रधानमंत्री बनने की बात संसद में कही, लेकिन मुलायम सिंह का क्या ठिकाना। हमारे पुराने साथी हैं। ममता बैनर्जी के साथ पत्रकार वार्ता में प्रणब मुखर्जी का विरोध किया और फिर ममता के निकलते ही दूसरी पत्रकार वार्ता में उनका समर्थन किया। जब कल्याण सिंह के साथ थे तब कांग्रेस के पक्ष में चार सीट छोड़ने का ऐलान किया और बाद में उन चारों सीटों पर लखनऊ पहुंचते-पहुंचते प्रत्याशी का ऐलान कर दिया। राजीव गांधी के साथ अंतिम मुलाकात में उनका साथ निभाने का वचन दिया और उसी रात में राज्यपाल को जगाकर सरकार गिराने का काम कर दिया। मुलायम सिंह को खुद नहीं पता कि वह अगले पल क्या करेंगे। आज मोदी को प्रधानमंत्री बनने का आर्शीवाद दिया। दो दिन पहले मोदी विरोधी धरने में चंद्रबाबू नायडू के सम्मिलित हुए थे। मुलायम सिह कब विरोधी होंगे और कब समर्थन में, यह उनको ही पता है। वह दो नावों में सवारी करना बंद करें। पिछड़ों बीच में आज भी बची-खुची प्रतिष्ठा है। उसको देखते हुए वह ऐलान करें कि वह किसके साथ हैं।
इसे भ्रम पैदा करने की कोशिश बताया इसके अलावा उन्होंने कहा कि ये सारे बयान एक भ्रम पैदा करने की कोशिश हैं। खनन मामले में भ्रष्टाचार में फंसी बी. चंद्रकला और नोएडा के पूर्व सीईओ रमारमण बच जाएं। इन दोनों ने मुलायम सिंह और मायावती के दिशानिर्देशन में भ्रष्टाचार किया है। इसके जरिए वह चाहते हैं मोदी कम से कम इस मामले में शांत रहें।