दरअसल, सर्दियों के दिनों में लोग अक्सर कार को स्टार्ट करते ही हीटर भी चालू कर देते हैं, जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। कारण, कार बंद होने के चलते उसका इंजन ठंडा हो जाता है। वहीं जब कार को स्टार्ट होने के बाद इंजन गर्म होने में कुछ समय लगता है। लेकिन इंजन चालू होने के साथ ही अगर हीटर भी चालू किया जाए तो इससे ईंधन की अधिक खपत होती है। जिसके चलते आपकी कार का फ्यूल टैंक जल्दी खाली हो जाएगा। इसलिए आगे से यह ध्यान रखें कि कार चालू करने के कुच समय बाद ही हीटर चलाएं। ताकि इंजन को गर्म होने का समय मिल सके।
फ्रेश एयर मोड में कर लें हीटर बता दें कि कार का हीटर एक रेडियेटर की तरह की जाली है और इसके अंदर से गर्म कूलेंट निकलता है। वहीं जब इस जाली पर ब्लोअर अंदर से एल्युमिनियम क्वायल पर हवा मारता है तो इससे हवा गर्म हो जाती है। आपने अक्सर महसूस किया होगा कि एक नियत तापमान आने के बाद वाहन के अंदर घबराहट सी होने लगती है। इसलिए कार में हमेशा हीटर को फ्रेश एयर मोड पर ही कर लेना चाहिए। इससे फ्रेश एयर भी अंदर आती रहेगी। वहीं अगर आप इंटरनल मोड पर हीटर को रखेंगे तो कार के अंदर की हवा गर्म होगी और कुछ ही देर में बहुत ज्यादा गर्मी लगने लगेगी। हालांकि अब ज्यादातर मोटर कंपनियों ने गाड़ियों में ऑटोमैटिक हीटर लॉन्च कर दिए हैं जो खुद ही तापमान के अनुसार सेट हो जाते हैं।
हीटर चलाने के समय शरीर पर लगाएं क्रीम यूं तो सर्दियों में ज्यादातर लोग क्रीम का इस्तेमाल करते ही हैं लेकिन कार में यदि आप हीटर चलाते हैं तो क्रिम को शरीर पर जरूर लगाए। कारण, ऐसा नहीं करने पर आपकी स्कीन रूखी हो सकती है और आपको इंफेक्शन भी हो सकता है। ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट विपिन वर्मा बताते हैं कि हीटर या ऐसी चलाने से पहले लोगों को कुछ सावधानी बरतनी चाहिए। इससे कार भी ठीक रहती है और लोगों के पैसे भी बचते हैं।