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मायावती की राह पर पूर्व पीएम के बेटे ने खेला मास्टर कार्ड, अखिलेश ने दिया साथ तो कर देंगे सबको हैरान

locationनोएडाPublished: Sep 17, 2019 06:26:06 pm

Submitted by:

Rahul Chauhan

Highlights:
-उपचुनाव को लेकर सभी पार्टी तैयारियों में जुटी हैं
-पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे ने सजातीय नेताओं पर भरोसा जताया है
-उन्होंने अखिलेश यादव से भी समर्थन की मांग की है

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नोएडा। अगामी उपचुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुटी हुई हैं। जहां भाजपा लोगों के बीच सरकार के कार्यों का बखान कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष लगातार सरकार पर निशाना साध रहा है। इस सबके बीच पूर्व प्रधानमंत्री के पुत्र व यूपी के बड़े नेताओं में शुमार चौधरी अजित सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती की राह पर मास्टर कार्ड खेला है। वहीं माना जा रहा है कि अगर सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उनका साथ दे देते हैं तो आने वाले समय में वह सभी को हैरान करने वाले परिणाम ला सकते हैं।
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दरअसल, राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) उत्तर प्रदेश में अपना खोया हुआ जनाधार वापस लाने में जुट गई है। रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह ने वेस्ट यूपी में अपने सजातीय वोट बैंक पर एक बार फिर भरोसा जाताया है। जिसके चलते उन्होंने वेस्ट यूपी के तीनों क्षेत्रों की कमान जाट नेताओं को ही सौंपी है। माना जा रहा है कि मायावती जिस तरह अपने हार्डकोर वोटबैंक दलितों पर पकड़ बनाने के लिए पद उसी हिसाब से देती हैं, अब इसी तरह रालोद ने भी जाट नेताओं पर भरोसा जताया है। इसके साथ ही रालोद ने उपचुनाव में वेस्ट यूपी की दो सीटों पर सपा से गठबंधन करने की मांग की है।
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रालोद ने मेरठ-सहारनपुर मंडल को मिलाकर बनाए गए हस्तिनापुर क्षेत्र की जिम्मेदारी यशवीर सिंह को दी है। वहीं अलीगढ़ और आगरा मंडल वाले बृज क्षेत्र में पंकज सिंह गुड्डू और मुरादाबाद बरेली मंडल के रुहेलखंड क्षेत्र में प्रवीण सिंह देशवाल को जिम्मेदारी सौंपी है। ये तीनों ही जाट समुदाय से आते हैं। बता दें कि मुजफ्फरनगर दंगे के बाद से ही 2014, 2019 के लोकसभा और 2017 के विधानसभा चुनाव में रालोद का सूपड़ा साफ होने के बाद पार्टी अब संगठनात्मक ढांचा मजबूत करने में जुटी गई है। उत्तर प्रदेश को चार जोन और 10 क्षेत्रों में बांटने के बाद अध्यक्षों की नियु्क्ति की जा रही है। इस कड़ी में रालोद ने वेस्ट यूपी में जाट नेताओं पर भरोसा जताया है।
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