यह भी पढ़ें
लोकसभा चुनाव से पहले बसपा में बड़ा फेरबदल, इन लोगों को मिलने जा रही है बडी जिम्मेदारी
फंसता हुआ दिखाई दे रहा है पेच मायावती के सम्माजनक सीट मिलने पर महागठबंधन करने के बयान के बाद में रानीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। यूपी में सीट बंटवारे को लेकर पार्टियों के बीच में पेंच फंसता हुआ दिखाई दे रहा है। अब मायावती के बयान और खलबली मच गई है। दरअसल में मायावती पहले ही यूपी में 40 सीटो पर चुनाव लड़ने के संकेत दे चुकी है। वहीं 40 सीट पर सपा, रालोद और कांग्रेस पार्टी के खाते में आती दिखाई दे रही है। महागठबंधन के दौरान सीट बंटवारे को लेकर बड़ा पेच फंसता हुआ नजर आ रहा है। यह सीट भी है खास यूपी की राजनीति में अहम भूमिका निभाने वाली बसपा सुप्रीमो मायावती लोकसभा चुनाव में अकेले लड़ने तक का संकेत दे चुकी है।। माना जा रहा है कि मायावती खास सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। इनमें वेस्ट यूपी की कई सीटें उनकी पंसदीदा है। वेस्ट यूपी के गौतमबुद्धनगर के बादलपुर गांव की रहने वाली बसपा सुप्रीमो मायावती के लिए खास है। गृहजनपद की सीट पर मायावती की नजर है। बसपा गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट से वीरेंद्र डाढ़ा का नाम घोषित कर चुकी है।
मायावती इस सीट से लड़ने का दे चुकी है संकेत बसपा सुप्रीमो मायावती के इस बार बुलंदशहर से चुनाव लड़ने की चर्चाएं है। वहीं बुलंदशहर से सटे हुए आगरा व हाथरस तीन रिजर्व लोकसभा सीटें हैं। इसके साथ ही गौतमबुद्ध नगर मायावती का पैतृक जिला है। वहीं मायावती गृहजनपद में भी संगठन को मजूबत करने में जुट गई है। बिजनौर से भी मायावती के चुनाव लड़ने की चर्चाएं है। बिजनौर व बुलंदशहर सुरक्षित सीट मानी जा रही है। मायावती ने 2004 में अंबेडकर सीट से चुनाव लड़ा था। ये सीटें बसपा के लिए खास हो सकती है।