पदयात्रा से जोड़ की कोशिश कर रही कांग्रेस खासकर सुसनेर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस विधायक होने से दिग्विजय सिंह ने पदयात्रा के माध्यम से लोगों को जोड़ने का प्रयास किया है। उनकी पत्नी महिला सम्मेलनों के माध्यम से महिलाओं को साध रही हैं और बेटे जयवर्धन सिंह भी सभाओं के माध्यम से युवाओं तक अपनी बात पहुंचा रहे हैं। हालांकि प्रचार के प्रमुख स्रोत झंडे-बैनर, पोस्टर, प्रत्याशी का गुणगान करने वाले प्रचार वाहन में भाजपा ने भारी ताकत झोक रखी है। बड़ा चेहरा होने के बावजूद कांग्रेस भाजपा से पीछे दिख रही है। दोनों ही दलों का सुसनेर विस के ग्रामीण क्षेत्रों पर फोकस है।हर स्तर पर भाजपा का ध्यान
भाजपा को पिछले दो विधानसभा चुनाव में हार मिलने के बाद भी लोकसभा चुनाव में भाजपा सुसनेर से बड़े अंतर से जीत का दावा कर रही है तो वहीं कांग्रेस विधानसभा चुनाव में मिली जीत को अपने पक्ष में मानकर चल रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं पार्टी स्तर पर प्रचार में तेजी नजर नहीं आ रही है।कांग्रेस ने अब तक सुसनेर विधानसभा में चुनाव कार्यालय तक शुरू नहीं किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में कांग्रेस के पोस्टर-झंडे कम लगे हैं।कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने सुसनेर व नलखेडा में सभा की है। कांग्रेस के किसी स्टार प्रचारक की सभा राजगढ़ संसदीय क्षेत्र में नहीं हुई है क्योंकि दिग्विजय सिंह खुद बड़ा चेहरा हैं। सुसनेर में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली जीत को कांग्रेस लोकसभा में भी अपनी जीत मानकर बैठी है, किंतु विधानसभा चुनाव के बाद से क्षेत्र में कांग्रेस के जनाधार में बदलाव आया है।वर्जन