यहां नजर आई सरकारी सडक़ पर वाहन पार्किंग शहर के सरकुर्लर रोड स्थित नगर निगम के अग्निशमन कार्यालय के सामने अरोड़ा हॉस्पीटल, सिटी हॉस्पीटल, एकम मेडिल लेब, बी-नारायण गेट के निकट प्रदीप हॉस्पीटल, काली की बगीची स्थित राज ट्रोमा हास्पीटल, सूरजपोल चौरहा स्थित शिवानी डाइग्नोसिस सेंटर, जघीना गेट के निकट तेजा हॉस्पिटल, नीतन हॉस्पिटल, मुखर्जी नगर स्थित जिंदल हॉस्पिटल, राजेंद्र नगर स्थित विनोद गुप्ता हॉस्पिटल सहित शहर के अन्य हॉस्पिटलों के कमोबेस यही हालात हैं, जिन्होंने वाहन पार्किंग स्थल सरकारी जमीन और आम सडक़ पर बना रखे हैं। इनमें से कई तो वाहन पार्किंग के एवज में मरीज और उनके परिजनों से पैसा भी वसूल करते हैं।
सडक़ पर वाहन पार्किंग बिल्कुल गलत: आयुक्त निजी हॉस्पीटल हो या अन्य कोई संस्थान नियमानुसार उसे स्वयं के कार्मिकों या उपभोक्ताओं के वाहनों की पार्किंग के लिए स्वयं की निजी जगह में पार्किंग स्थल तैयार करना चाहिए। किसी को भी मुख्य सडक़ या सरकारी जमीन पर पार्किंग स्थल बनाने का कोई अधिकार नहीं है। यदि किसी ने सडक़ पर वाहन पार्किंग स्थल बना रखा है तो वह बिल्कुल गलत है। यदि वाहन पार्किंग के एवज में पैसा वसूला जाता है तो और भी अधिक गलत है। जल्द ही मैं स्वयं शहर का दौरा कर ऐसे संस्थानों को चिन्हित करवाऊंगा, जिन्होंने सडक़ पर पार्किंग स्थल बनाकर यातायात को बाधित कर रखा है। जल्द ही सडक़ से वाहन पार्किंग को बंद कराया जाएगा।
-रिछपाल सिंह बुरडक, आयुक्त नगर निगम