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जमीन सरकारी, पार्किंग प्राइवेट…!

-निजी हॉस्पिटलों का राज…सडक़ों पर कब्जा कर चला रहे निजी वाहन पार्किंगशहर में तमाम निजी हॉस्पिटल संचालित हैं, जिनमें से अधिकांश हॉस्पिटल मुय सडक़ों के किनारे स्थित हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि संचालकों ने करोड़ों रुपए खर्च कर बहुमंजिला हॉस्पिटल का निर्माण तो करा लिया है, लेकिन किसी ने भी हॉस्पीटल परिसर में […]

भरतपुरApr 22, 2024 / 06:25 pm

Meghshyam Parashar

-निजी हॉस्पिटलों का राज…सडक़ों पर कब्जा कर चला रहे निजी वाहन पार्किंग
शहर में तमाम निजी हॉस्पिटल संचालित हैं, जिनमें से अधिकांश हॉस्पिटल मुय सडक़ों के किनारे स्थित हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि संचालकों ने करोड़ों रुपए खर्च कर बहुमंजिला हॉस्पिटल का निर्माण तो करा लिया है, लेकिन किसी ने भी हॉस्पीटल परिसर में वाहनों के पार्किंग स्थल की व्यवस्था नहीं की है। अपितु वे सरकारी सडक़ पर कब्जा कर निजी वाहन पार्किंग का संचालन भी करा रहे हैं। जब भी हॉस्पिटल आने वाले रोगी और उनके परिजन वाहनों के साथ आते हैं, तो उन्हें हॉस्पिटल के सामने ही सडक़ पर खड़ा कर दिया जाता है। वाहनों को सडक़ पर खड़ा करने से आधी सडक़ तो बाइक, स्कूटी और अन्य दुपहिया वाहनों से ही घिर जाती है, रही सही कसर चौपहिया वाहन पूरी कर देते हैं। इसके परिणामस्वरूप, आम जनता का यातायात बाधित होता है। इस समस्या के साथ एक और बड़ी समस्या जुड़ी हुई है, वह है दुर्घटनाओं की संभावना। वाहनों की पार्किंग सडक़ पर कर दिए जाने से यातायात को अवरुद्ध करने के साथ-साथ यह एक सुरक्षा खतरा भी पैदा करता है। यहां हर पल दुर्घटना की संभावना भी आम राहगीरों को बनी रहती है। पते की बात यह भी है कि कुछ हॉस्पिटल के सामने सरकारी सडक़ पर की जाने वाली वाहन पार्किंग के एवज में वाहन चालकों से पैसा भी वसूल किए जाते हैं। यातायात बाधित की समस्या से प्रभावित लोगों ने जब राजस्थान पत्रिका से बार-बार शिकायत की तो पत्रिका टीम ने शहर के विभिन्न स्थानों पर जाकर हॉस्पिटल परिसरों का दौरा किया, तो चौंकाने वाले बदतर हालात नजर आए।
यहां नजर आई सरकारी सडक़ पर वाहन पार्किंग

शहर के सरकुर्लर रोड स्थित नगर निगम के अग्निशमन कार्यालय के सामने अरोड़ा हॉस्पीटल, सिटी हॉस्पीटल, एकम मेडिल लेब, बी-नारायण गेट के निकट प्रदीप हॉस्पीटल, काली की बगीची स्थित राज ट्रोमा हास्पीटल, सूरजपोल चौरहा स्थित शिवानी डाइग्नोसिस सेंटर, जघीना गेट के निकट तेजा हॉस्पिटल, नीतन हॉस्पिटल, मुखर्जी नगर स्थित जिंदल हॉस्पिटल, राजेंद्र नगर स्थित विनोद गुप्ता हॉस्पिटल सहित शहर के अन्य हॉस्पिटलों के कमोबेस यही हालात हैं, जिन्होंने वाहन पार्किंग स्थल सरकारी जमीन और आम सडक़ पर बना रखे हैं। इनमें से कई तो वाहन पार्किंग के एवज में मरीज और उनके परिजनों से पैसा भी वसूल करते हैं।
सडक़ पर वाहन पार्किंग बिल्कुल गलत: आयुक्त

निजी हॉस्पीटल हो या अन्य कोई संस्थान नियमानुसार उसे स्वयं के कार्मिकों या उपभोक्ताओं के वाहनों की पार्किंग के लिए स्वयं की निजी जगह में पार्किंग स्थल तैयार करना चाहिए। किसी को भी मुख्य सडक़ या सरकारी जमीन पर पार्किंग स्थल बनाने का कोई अधिकार नहीं है। यदि किसी ने सडक़ पर वाहन पार्किंग स्थल बना रखा है तो वह बिल्कुल गलत है। यदि वाहन पार्किंग के एवज में पैसा वसूला जाता है तो और भी अधिक गलत है। जल्द ही मैं स्वयं शहर का दौरा कर ऐसे संस्थानों को चिन्हित करवाऊंगा, जिन्होंने सडक़ पर पार्किंग स्थल बनाकर यातायात को बाधित कर रखा है। जल्द ही सडक़ से वाहन पार्किंग को बंद कराया जाएगा।
-रिछपाल सिंह बुरडक, आयुक्त नगर निगम

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