प्रशासन की ने दी सफाई
आपको बता दें कि एमएसजी प्रशासन ने दावा किया कि ढ़ांचा करीब चार वर्ष पुरानी है। इस लिहाज से यह ढ़ांचा नवनिर्मित है और कानून का उल्लंघन है। इस ढांचे के साथ-साथ अन्य 11 ऐसे नवनिर्मित ढांचा है जो कि प्रतिबंधित क्षेत्र के दायरे में बनाया गया है जिसे सील कर दिया गया है।
घर को मस्जिद बनाकर लाउडस्पीकर पर अजान देने का आरोप, हिन्दू संगठनों ने जताया विरोध
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि बीते दिनों यह मामला सामने आया था कि गुरुग्राम के शीतला कॉलोनी के एक घर को मस्जिद के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है और वहां पर पांच समय नमाज पढ़ा जाता है। साथ ही लाउडस्पीकर के जरिए अजान दिया जाता है। हिन्दू संगठनों ने यह आरोप लगाया था कि बीते 6 महीने से घर को मस्जिद बनाकर अजान दिया जा रहा है। यहां पर बाहर से भी लोग आते हैं । इससे कॉलोनी का माहौल खराब हो रहा है। इस बाबत मुस्लिम समुदायों ने भी अपनी बात प्रशासन के सामने रखी थी। इसके बाद हिन्दू संगठनों ने अपना विरोध तेज करते हुए बीते दिनों एक यज्ञ का भी आयोजन किया था। बता दें कि खुले में नमाज पढ़ने को लेकर गुरुग्राम में पहले भी बवाल हो चुका है। जिसके बाद सरकार ने गंभीरता से लेते हुए मुस्लिम समुदायों को नमाज पढ़ने के लिए जगह सुनिश्चित कर दी थी और कहा था कि वे निर्धारित जगहों पर ही नमाज पढ़ें। सार्वजनिक जगहों पर खुले में नमाज न पढें।