दिल्ली: यमुना के उफान से बाढ़ का खतरा बढ़ा, 10 हजार लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया
घटा यमुना का जल स्तर
उन्होंने बताया कि जलस्तर घट रहा है और गुरुवार शाम तक इसके 204.18 मीटर तक जाने की उम्मीद है। बता दें कि यमुना का जलस्थर दो दिन पहले काफी बढ़ गया था। नदी का पानी 28 जुलाई को 206 मीटर तक पहुंच गया था, जिस वजह से नदी के आसपास रहने वाले 10,000 से अधिक लोगों को ऊंचाई वाले स्थानों पर भेज दिया गया था। वह वहां तंबू में रहने को मजबूर हैं। बता दें कि जब तक नदी का जलस्तर 204 मीटर के खतरे के निशान से ऊपर है तब तक लोगों को अस्थाई शिविरों में रहना पड़ेगा।
बाढ़ को देखते हुए कई अस्थाई शिविर बनाए गए
यमुना में बाढ़ को देखते हुए दिल्ली में कई स्थानों पर अस्थाई शिविर बनाए गए हैं। प्रशासन के अनुसार यमुना के तटवर्ती इलाकों समेत प्रीत विहार, गांधी नगर और मयूर विहार जैसे इलाकों से 10,000 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। पूर्वी जिला प्रशासन के अनुसार 37 नाव समेत 250 से अधिक बचावकर्मी राहत कार्यों में लगाए गए हैं। इसके साथ ही यमुना से सटे इलाकों पर पैनी नजर रखी जा रही है।
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बुराड़ी में यमुना किनारे फंसे 15 लोगों को बचाया गया
वहीं, यमुना का जलस्तर बढ़ने की वजह से दिल्ली के बुराड़ी में यमुना किनारे श्मशान घाट के पास 15 लोग बाढ़ के पानी में फंस गए थे। यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन की तरफ से चेतावनी जारी की गई थी, लेकिन इन लोगों ने इस चेतावनी की अंदेखी करते हुए, वहां से झोपड़ियां नहीं उठाई थी। तेजी से बढ़ रहे यमुना के जलस्तर कारण उसका पानी उनकी झोपड़ियों तक आ गया था। वहीं, बाढ़ में फंसा देख आसपास के लोगों ने आपदा प्रबंधन विभाग को 1077 पर कॉल कर बुलाया। मदद के लिए पहुंची एनडीएमए की टीम ने वक्त रहते फंसे हुए लोगों को वहा से सुरक्षित निकाला।