दिल्ली में भूख से मौत के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार ने केंद्र-राज्य सरकार को जारी किया नोटिस
बच्चियों की मां को मीडिया से बात नहीं करने दे रही है पुलिस
आपको बता दें कि पड़ोसियों की मदद से गाजीपुर श्मशान घाट में तीनों बच्चियों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। इस घटना से जहां सरकार और प्रशसन कटघरे में खड़ा है वहीं दूसरी और अपनी नाकामियं को छुपाने के लिए मृतक बच्चियों की मां वीना को पुलिस मीडिया से बात नहीं करने दे रही है। हालांकि बहुत कोशिशों के बाद जब वे मीडिया ने उनसे बात करनी चाही तो वीना ने सिर्फ इतना ही बता रही थी कि उसकी बच्चियों ने कई दिनों से खाना नहीं खाया था। पड़सियों का कहना है कि बीते शनिवार जब से वीना अपने बच्चों को लेकर पंडित चौैक स्थित नारायण यादव के मकान में आई थी तब भी वह किसी से बातचीत नहीं कर रही थी और अपने कमरे में कैद रहती थी।
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पोस्टमार्टम में मौत का कारण भूख ही बताया गया है
आपको बता दें कि मंगलवार को मामला प्रकाश में आने के बाद जब मृतक बच्चियों का जब पोस्टमार्टम कराया गया तो यह बात सामने आई थी कि भूख के कारण ही तीनों बच्चियों की मौत हुई है। हालांकि इसके बाद एक बार फिर से पोस्टमार्टम कराया गया जिसमें भी यही बात सामने आई थी। अब शुक्रवार को औपचारिक तौर पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिल सकती है। लेकिन अब मृतक मानसी के स्कूल के शिक्षिकाओं के बयान ने मामले को एक नया रंग दे दिया है। मीडिया रिपोर्ट में बताया चजा रहा है कि बच्चियों का विसरा को जांच के लिए भेज दिया गया है। इन सबके बीच मंगलवार से ही मृतक बच्चियों के पिता मंगल सिंह का कोई भी सुराग नहीं मिल रहा है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोषि लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के मुताबिक मंगल रिक्शा चलाता था और शराब पीने का आदी था। हालांकि बच्चियों के मौत के बाद उनकी मां वीना कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं।