भारतीयों की क्लिप्स भी हैं मौजूद
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इन वेबसाइट्स पर ऐसे विडियो क्लिप्स भी उपलब्ध हैं, जिनमें भारतीय भी रेप करते दिख रहे थे। अब दिल्ली पुलिस इनका आइपी एड्रेस ट्रैक कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि इन विडियोज को कहां से अपलोड किया गया है और इसके लिए जिम्मेदार व्यक्तियों को हिरासत में लिया जा सके। अभी तक बस यह पता चला है कि इन वेबसाइट्स को भारत से ही चलाया जा रहा था। आइटी मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दिल्ली पुलिस की साइबर सेल को दी थी।
2015 में 800 ऐसे वेबसाइट्स किए गए थे ब्लॉक
इन वेबसाइट्स पर ऐसी सामग्रियों का पता चलते ही भारत सरकार ने इन्हें ब्लॉक कर दिया है। बता दें कि सरकार की ओर से आइटी मिनिस्ट्री ने 2015 में ऐसे करीब 800 वेबसाइट्स की लिस्ट तैयार की थी।