पुलिस ने डराया
बच्ची के माता-पिता ने कहा कि उनकी साढ़े तीन साल की बच्ची की काउंसलिंग करने नाम पर पुलिस स्टेशन में उन्हें और बच्ची को बुला कर उन्हें अप्रत्यक्ष रूप से डराने-धमकाने की कोशिश की गई। उनसे कहा गया कि उलटे उन पर भी मुकदमा हो सकता है। इसके अलावा उनसे जबरदस्ती बयान लिखवाया गया। उस छोटी बच्ची को हमसे अलग ले जाकर अकेले में सवाल पूछा गया। बता दें कि पुलिस इस मामले में एफआइआर लिख चुकी है, लेकिन उसने अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की है।
ये है मामला
बच्ची के माता-पिता ने जानकारी दी कि यह घटना 4 सितंबर की है। उस दिन जब उनकी बेटी स्कूल से घर आई तो कपड़े बदलते वक्त मां ने देखा कि उसके अंडरगारमेंट में खून लगा है। मां-बाप तुरत बेटी को हिंदूराव अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टर ने बताया कि बच्ची के साथ यौन हिंसा की गई है। माता-पिता का कहना है कि सारी डॉक्टरी रिपोर्ट भी उनके पास है। माता-पिता का कहना है कि बच्ची पहले भी पेट दर्द की शिकायत कर चुकी है।
माता-पिता ने कहा, नहीं की गई कार्रवाई
बच्ची के पिता ने कहा कि इसकी सूचना पहले पुलिस को दी थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ तो मजबूर होकर 100 नंबर पर फोन किया। इसके बाद पुलिस ने रात में बयान ले लिया। इसके बाद पुलिस ने यह भी जानकारी दी कि उसने स्कूल की सीसीटीवी फुटेज ले ली है। मगर अगले दिन पुलिस का कोई फोन नहीं आया। हारकर अगले दिन पुलिस स्टेशन गए, जहां चार-पांच महिला पुलिसकर्मियों ने जांच के नाम पर परेशान किया। इतना ही नहीं उन्होंने बिना गहराई से जांच किए स्कूल को क्लीन चिट दे दी। कहा, स्कूल में कुछ नहीं हुआ। उलटे यह भी कहा कि जो हुआ होगा, वह घर पर ही हुआ होगा।