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video बीएसएनएल कार्यालय में चक्कर काटते रहे लोग

locationनीमचPublished: Feb 18, 2019 09:29:48 pm

Submitted by:

Mahendra Upadhyay

तीन दिन की हड़ताल के चलते परेशान हुए उपभोक्ता8 सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारियों ने कार्यालय के बाहर प्रदर्शन

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video बीएसएनएल कार्यालय में चक्कर काटते रहे लोग

नीमच. भारत संचार निगम लिमिटेड के अधिकारी कर्मचारी सोमवार से तीन दिन की हड़ताल पर चले गए। हड़ताल की सूचना नहीं होने से समस्या लेकर वहां पहुंचे लोगों को काफी परेशानी हुई। अब तीन दिन तक बीएसएनएल कार्यालय पर ताले लगे रहेंगे।
मोमबत्ती जलाकर दी शहीदों का श्रद्धांजलि
ऑल यूनियन्स एंड एसोसिएशन्स ऑफ बीएसएनएल के संयोजक सौरव गौड़ ने बताया कि सोमवार से बीएसएनएम कर्मचारियों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल प्रारंभ हुईहै। हड़ताल में देशभर के करीब एक लाख ७५ हजार कर्मचारी अधिकारी शामिल हैं। सरकार की कार्पोरेट परस्त और कर्मचारी विरोधी, पीएसयू विरोधी और जनविरोधी नीतियों का विरोध करते हुए अपनी जायज मांगों के निराकरण के लिए बीएसएनएल मैनेजमेंट और सरकार के खिलाफ संघर्ष प्रारंभ किया है। हड़ताल के पहले दिन पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकवादी हमले में शहीद हुए 40 जवानों को मोमबत्ती जलाकर और दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद कर्मचारियों और अधिकारियों ने कार्यालय के मुख्य गेट पर ताला लगाकर हड़ताल प्रारंभ की। इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार और मैनेजमेंट के खिलाफ नारेबाजी की।
८ सूत्रीय मांगों को लेकर कर रहे हैं हड़ताल
बीएसएनएल के सहायक महाप्रबंधक सौरव गौड़ ने बताया कि सोमवार से शुरू हुई हमारी तीन दिवसीय हड़ताल में हमारी ८ प्रमुख मांगे हैं। इनमें तृतीय वेतन पुनरीक्षण, पेंशन पुनरीक्षण, द्वितीय पीआरसी के शेष मुद्दों का निराकरण, सरकार के नियम अनुसार बीएसएनएल द्वारा पेंशन कॉट्रिब्यूशन का भुगतान, सेकंड पे रिवीजन कमेटी के शेष मुद्दों का निराकरण, बीएसएनएल की भूमि प्रबंधन नीति का बिना देरी किए शीघ्र अनुमोदन, बीएसएनएल की स्थापना के समय गु्रप ऑफ मिनिस्टर्स द्वारा लिए गए निर्णय अनुसार बीएसएनएल की वित्तीय जीवंतता सुनिश्चित करें तथा बीएसएनएल के मोबाइल टॉवर्स का आउटसोर्सिंग के माध्यम से संचालन व रखरखाव का प्रस्ताव रद्द किया जाए। इन ८ सूत्रीय मांगों को लेकर देशभर के बीएसएनएल कर्मचारी तीन दिन की हड़ताल पर चले गए हैं।
लोगों को रही परेशानी
बीएसएनएल का नेटवर्क भी काफी बड़ा है। हड़ताल की वजह से पहले दिन ही कई लोगों को बेरंग लौटना पड़ा। कार्यालय तक कई लोग आए लेकिन मेन गेट पर ताला लगा होने से लौट गए। किसी का लेंडलाइन काम नहीं कर रहा था तो बिल जमा कराने कार्यालय पहुंचा था। इंटरनेट नेववर्क की समस्या को लेकर भी लोग बीएसएनएल कार्यालय पहुंचे थे, लेकिन जब उन्हें पता चला कि तीन दिन तक कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे तो उनके माथे पर चिंता की लकीरें स्पष्ट दिखाई दे रही थी। इंटरनेट बंद होने से कईआवश्यक कार्य प्रभावित होने की चिंता उन्हें सता रही थी।

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