गर्भवती महिलाओं को मिल बेहतर सुविधाएं
बुधवार को शासकीय अस्पताल मनासा एवं रामपुरा का आकस्मिक निरीक्षण किया। कलेक्टर ने अस्पताल निरीक्षण के दौरान जनरल वार्ड, प्रसूति वार्ड, महिला वार्ड का भ्रमण कर मरीजों से चर्चा की। कलेक्टर ने उपचार व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने अस्पताल परिसर में पर्याप्त साफ सफाई, प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मनासा रामपुरा में लेबर रूम का निरीक्षण किया। वार्डों में मरीजों से भोजन और नाश्ते की व्यवस्था के बारे में पूछा। उन्होंने रामपुरा में प्रसुति की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि यदि रामपुरा व मनासा में गर्भवती महिलाओं को प्रसूति के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी तो उन्हें जिला चिकित्सालय नहीं आना पड़ेगा। कलेक्टर ने मनासा अस्पताल के निरीक्षण के दौरान टीबी, स्टोर रूम, दवाई वितरण कक्ष का निरीक्षण किया। वहां मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही दवाइयों की पंजी का अवलोकन किया। कलेक्टर ने भाटखेड़ी बुजुर्ग के नाथूलाल से मोबाइल पर चर्चा कर उनकी पुत्री देवकन्या के उपचार के लिए प्रदान की गई दवाइयों के बारे में पूछा और उन्हें समझाईश दी। एक्स-रे कक्ष, पैथोलॉजी ब्लड स्टोरेज यूनिट एवं फ्रीज में रखी दवाइयों का अवलोकन किया। उन्होंने लेब टेकनिश्यिन को जांच रिपोर्ट नियमित रूप से समय पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि ऐसी दवाइयां जिनकी खपत मनासा में नहीं हो पा रही है और स्टाक ज्यादा है तो ऐसी दवाइयों को अन्य आवश्यकता वाले स्वास्थ्य केंद्रों में पहुंचाएं। साथ ही जिन दवाइयों का कम उपयोग होता है, उनकी कम डिमांड की जाए। कलेक्टर ने औषधि वितरण केंद्र का भी अवलोकन किया। इस निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने मनासा में पोषण पुनर्वास केंद्र एनआरसी का निरीक्षण किया। वहां उपलब्ध बच्चों की कम संख्या पर कहा कि बच्चों की संख्या बढ़ाई जाए। कम वजन वाले बच्चों की माताओं को प्रेरित कर उन्हें एनआरसी में भर्ती करने को कहा। कलेक्टर ने एनआरसी में भर्ती कुशालपुरा की महिला से चर्चा की। उनके बच्चे का अपने समक्ष वजन भी करवाया तथा ग्रोथ चार्ट का भी अवलोकन किया।
बुधवार को शासकीय अस्पताल मनासा एवं रामपुरा का आकस्मिक निरीक्षण किया। कलेक्टर ने अस्पताल निरीक्षण के दौरान जनरल वार्ड, प्रसूति वार्ड, महिला वार्ड का भ्रमण कर मरीजों से चर्चा की। कलेक्टर ने उपचार व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने अस्पताल परिसर में पर्याप्त साफ सफाई, प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मनासा रामपुरा में लेबर रूम का निरीक्षण किया। वार्डों में मरीजों से भोजन और नाश्ते की व्यवस्था के बारे में पूछा। उन्होंने रामपुरा में प्रसुति की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि यदि रामपुरा व मनासा में गर्भवती महिलाओं को प्रसूति के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी तो उन्हें जिला चिकित्सालय नहीं आना पड़ेगा। कलेक्टर ने मनासा अस्पताल के निरीक्षण के दौरान टीबी, स्टोर रूम, दवाई वितरण कक्ष का निरीक्षण किया। वहां मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही दवाइयों की पंजी का अवलोकन किया। कलेक्टर ने भाटखेड़ी बुजुर्ग के नाथूलाल से मोबाइल पर चर्चा कर उनकी पुत्री देवकन्या के उपचार के लिए प्रदान की गई दवाइयों के बारे में पूछा और उन्हें समझाईश दी। एक्स-रे कक्ष, पैथोलॉजी ब्लड स्टोरेज यूनिट एवं फ्रीज में रखी दवाइयों का अवलोकन किया। उन्होंने लेब टेकनिश्यिन को जांच रिपोर्ट नियमित रूप से समय पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि ऐसी दवाइयां जिनकी खपत मनासा में नहीं हो पा रही है और स्टाक ज्यादा है तो ऐसी दवाइयों को अन्य आवश्यकता वाले स्वास्थ्य केंद्रों में पहुंचाएं। साथ ही जिन दवाइयों का कम उपयोग होता है, उनकी कम डिमांड की जाए। कलेक्टर ने औषधि वितरण केंद्र का भी अवलोकन किया। इस निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने मनासा में पोषण पुनर्वास केंद्र एनआरसी का निरीक्षण किया। वहां उपलब्ध बच्चों की कम संख्या पर कहा कि बच्चों की संख्या बढ़ाई जाए। कम वजन वाले बच्चों की माताओं को प्रेरित कर उन्हें एनआरसी में भर्ती करने को कहा। कलेक्टर ने एनआरसी में भर्ती कुशालपुरा की महिला से चर्चा की। उनके बच्चे का अपने समक्ष वजन भी करवाया तथा ग्रोथ चार्ट का भी अवलोकन किया।
स्टॉफ की कमी मिली
कुकड़ेश्वर और मनासा अस्पतालों में चिकित्सकों व तकनीकी स्टाफ की कमी है। इसी कारण कुकड़ेश्वर अस्पताल में ओपीडी तक संचालित नहीं हो रही है। अस्पताल में सफाई ठीक नहीं होने पर उसे दुरुस्त करने को कहा है। रामपुरा अस्पताल का भवन और वहां की व्यवस्था अच्छी मिली। अस्पताल में डिलीवरी कम होने पर संख्या बढ़ाने को कहा है।
– राजीव रंजन मीना, कलेक्टर
कुकड़ेश्वर और मनासा अस्पतालों में चिकित्सकों व तकनीकी स्टाफ की कमी है। इसी कारण कुकड़ेश्वर अस्पताल में ओपीडी तक संचालित नहीं हो रही है। अस्पताल में सफाई ठीक नहीं होने पर उसे दुरुस्त करने को कहा है। रामपुरा अस्पताल का भवन और वहां की व्यवस्था अच्छी मिली। अस्पताल में डिलीवरी कम होने पर संख्या बढ़ाने को कहा है।
– राजीव रंजन मीना, कलेक्टर