जिले के रामपुरा और सिंगोली क्षेत्र में तीन-चार दिन पहले हुई ओलावृष्टि और बारिश से फसलों पर प्रतिकूल असर हुआ है।सबसे अधिक संतरा की फसल प्रभावित हुई है। ओलों की मार से संतरे फट गए हैं। बड़े स्तर पर संतरे की फसल ओलावृष्टि से प्रभावित हुई है। रविवार को रामपुरा आईटीआई के सामने स्थित खेत पर उपसंचालक कृषि नगीनसिंह रावत ने पहुंचकर ओलावृष्टि से हुए नुकसान का जायजा लिया। किसान ने बताया कि पेड़ पर लगे संतरें ओलों की मार से फट गए हैं। इससे बड़ा नुकसान पहुंचा है। इसी प्रकार अन्य खेतों में भी संतरा फसल प्रभावित हुई है। रावत ने भी स्वीकार किया गया ओलावृष्टि से संतरे की फसल कहीं कहीं 50 फीसदी से अधिक प्रभावित हुई है।
ओलावृष्टि और बारिश से रामपुरा क्षेत्र में करीब 790 हेक्टेयर में फसल प्रभावित हुई है। सिंगोली क्षेत्र में फलसें प्रभावित तो हुई हैं, लेकिन मात्र 10 हेक्टेयर क्षेत्र में ही नुकसान हुआ है। फसलों को हुए नुकसान के लिए कलेक्टर राजीव रंजन मीना ने विस्तृत सर्वे करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर के निर्देशन पर सर्वे करने के लिए टीमों का गठन किया गया है। टीम गांव गांव, खेत खेत पहुंचकर बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का आंकलन कर रही है। रविवार को भी टीमों ने ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर फसलों को हुए नुकसान का आंकलन किया। सर्वे रिपोर्ट सोमवार तक आने की संभावना है।
रामपुरा में संतरा फसलसबसे अधिक प्रभावित हुई है। धनिया को भी नुकसान हुआ है। कुछ क्षेत्र में चना फसल को भी ओलावृष्टि से नुकसान पहुंचा है। संभवत: सोमवार तक फसलों को हुए नुकसान की विस्तृत सर्वे रिपोर्ट आ जाएगी। इसके बाद किसानों को मुआवजा देने के लिए प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिए शासन को भेजे जाएंगे।
– एनएस रावत, उपसंचालक कृषि