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बिजली कंपनी की मनमानी से उपभोक्ता त्रस्त

locationनीमचPublished: Aug 30, 2017 11:23:00 pm

Submitted by:

bhuvanesh pandya

नीमच. बिजली कम्पनी के कर्मचारियों की मनमानी चर्म पर है। न किसी का नियंत्रण और न ही किसी का डर।

bijali company news seoni
जिन लोगों के बिजली बिल बकाया रहते हैं उनसे वसूली करने सूची लेकर ये शहर में निकल पड़ते हैं। उपभोक्ता मिला तो ठीक नहीं तो उसे बिना सूचना दिए कनेक्शन विच्छेद कर देते हैं। भले ही उपभोक्ता ने बिल जमा करा दिया हो।
बिजली बिल जमा फिर भी काट गए कनेक्शन
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी उपभोक्ताओं के शोषण का पर्याय बन गई है। हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि बिजली कम्पनी के कर्मचारी दादागिरी के दम पर बिजली बिलों का बकाया वसूल रहे हैं। मनमानी करते हुए बिजली बिल जमा होने पर भी कनेक्शन विच्छेद किए जा रहे हैं। मंगलवार को ऐसे ही कुछ मामले सामने आए जहां २५ अगस्त को ही बिजली जमा करा दिया गया, लेकिन कर्मचारी ने बिना सूचना दिए उपभोक्ता की गैर मौजूदगी में कनेक्शन विच्छेद कर दिया। कम्पनी के उच्चाधिकारी इस गलती को मानने को तैयार नहीं हैं। उल्टा यह तर्क देने लगे कि ऑनलाइन बिल जमा होने पर सिस्टम में दिखना चाहिए। यदि बिल जमा होता तो ऑनलाइन रसीद दिखती। जब उन्हें रसीद दिखाई गई तो जवाब देते नहीं बना। ऐसे एक नहीं आए दिन दर्जनों मामले प्रकाश में आते हैं। बिजली कम्पनी के कर्मचारियों की मनमानी से आए दिन उपभोक्ताओं का मानसिक व आर्थिक शोषण हो रहा है।
न बिल का ठिकाना, न रीडिंग का
बिजली कम्पनी की तानाशाही के कई उदाहरण उपभोक्ताओं ने सामने रखे हैं। शहरी कार्यालय शिकायत लेकर पहुंचे उपभोक्ताओं ने बताया कि २-३ महीने तक कर्मचारी रीडिंग लेने नहीं पहुंचा। इस अवधि का औसत बिल थमा दिया गया। बाद में एकमुश्त रीडिंग लेने पर यूनिट अधिक होने पर बिल भी अधिक आया। इसमें कर्मचारी की लापरवाही रही, लेकिन खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है। अधिकांशत: बिजली बिल तब मिलता है जब जमा कराने की अंतिम तारीख नजदीक होती है। ऐसे में बिल जमा कराने में विलम्ब होने पर कई बार अधिभार तक भरना पड़ा। मीटर रीडिंग में त्रुटि की शिकायत लेकर पहुंचने तक पहले बिल जमा कराने के लिए कहा जाता है। साथ ही मीटर की जांच का शुल्क भी जमा कराया जाता है। भले की उपभोक्ता के यहां बिजली की खपत न के बराबर हो, लेकिन उसे पहले त्रुटिपूर्ण बिल जमा कराना ही पड़ता है। समस्या सुनने को कोई तैयार ही नहीं रहता।
अधिकारियों के संरक्षण बिना संभव नहीं मनमानी
बिजली कम्पनी के कर्मचारियों के मनमानी चरम पर है। जनसुनवाई तक में कई प्रकरण बिजली कम्पनी की मनमानी को लेकर सामने आ चुके हैं। कलेक्टर ने भी बिजली कम्पनी के अधिकारियों को इस बारे में स्थिति सुधारने के सख्त निर्देश दिए हैं, फिर भी हालात नहीं सुधरे हैं। कर्मचारी किसी उपभोक्ता का पक्ष सुनने को तैयार नहीं रहते। स्पष्टीकरण देने पर सूची दिखा देते हैं। कहते हैं कार्यालय से मिली है। हम कुछ नहीं कर सकते। हमें कनेक्शन काटने के निर्देश हैं। यह मनमानी बिना उच्चाधिकारियों के संरक्षण के संभव नहीं है। एक ओर तो ऑनलाइन बिजली बिल जमा कराने के लिए उपभोक्ताओं को प्रेरित किया जाता है। वहीं जब उपभोक्ता ऑनलाइन बिल जमा कराता है तो उसे परेशान किया जाता है।
ज्वलंत मुद्दा है करेंगे बिजली कार्यालय का घेराव
यह बात सही है कि बिजली कम्पनी की मनमानी से आम उपभोक्ता काफी त्रस्त है। मनमानी को रोकने के लिए ब्लॉक कांगे्रस हर संभव प्रयास करेगी। उपभोक्ताओं का शोषण नहीं होने दिया जाएगा। आवश्यकता पड़ी तो इस मुद्दे को लेकर बिजली कम्पनी के कार्यालय का घेराव भी किया जाएगा।
– ब्रजेश सक्सेना, अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस नीमच
ऊर्जा मंत्री को कराऊंगा अवगत
बिजली कम्पनी के कर्मचारियों की मनमानी के चलते उपभोक्ताओं को हो रही परेशानी से मैं ऊर्जा मंत्री पारस जैन को अवगत कराऊंगा। प्रधानमंत्री कैशलेस व्यवस्था का बढ़ावा दे रहे हैं। उपभोक्ता भी बिजली बिल ऑनलाइन जमा करा रहे हैं। लगता है यह व्यवस्था अब तक बिजली कम्पनी के कर्मचारियों की समझ में नहीं आई है। इस मुद्दे को मैं विधानसभा में उठाऊंगा। बिजली कम्पनी के कर्मचारियों की मनमानी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
– दिलीपसिंह परिहार, विधायक नीमच
क्यों कनेक्शन काटा जांच कराएंगे
२५ अगस्त को ऑनलाइन बिजली बिल जमा होने के बाद भी २९ अगस्त तक सिस्टम में क्यों प्रदर्शित नहीं किया गया इस बारे में मैं दिखवाता हूं। ऐसा होना तो नहीं चाहिए। यदि लाइनमेन बिजली बिल बकाया होने पर कनेक्शन विच्छेद करने पहुंचा भी है तो इस बारे में उसे अवगत कराना चाहिए। बिजली बिल जमा होने पर बिजली कनेक्शन क्यों विच्छेद किया इसकी जांच कराएंगे।
– डीके बाल्दी, सहायक यंत्री एमपीपक्षेविविकंलि
ऊर्जा मंत्री को कराऊंगा अवगत
बिजली कम्पनी के कर्मचारियों की मनमानी के चलते उपभोक्ताओं को हो रही परेशानी से मैं ऊर्जा मंत्री पारस जैन को अवगत कराऊंगा। प्रधानमंत्री कैशलेस व्यवस्था का बढ़ावा दे रहे हैं। उपभोक्ता भी बिजली बिल ऑनलाइन जमा करा रहे हैं। लगता है यह व्यवस्था अब तक बिजली कम्पनी के कर्मचारियों की समझ में नहीं आई है। इस मुद्दे को मैं विधानसभा में उठाऊंगा। बिजली कम्पनी के कर्मचारियों की मनमानी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
– दिलीपसिंह परिहार, विधायक नीमच
मैं जांच कराता हूं
उपभोक्ताओं के साथ बिजली कम्पनी द्वारा यदि मनमानी की जा रही है तो मैं कल इस मामले की जांच कराता हूं।
– कौशलेंद्रविक्रम सिंह, कलेक्टर
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