न कांग्रेस, न ममता में सीएए में हस्तक्षेप करने की हिम्मत
कांग्रेस नेताओं की सत्ता में आने पर सीएए को रद्द करने संबंधी टिप्पणी पर शाह ने कहा कि न तो कांग्रेस और न ही ममता बनर्जी सीएए को छूने की हिम्मत कर सकती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और ममता बनर्जी सीएए के खिलाफ हैं, क्योंकि वे घुसपैठियों की मदद करना चाहते हैं। भाजपा नेता ने कहा कि वे कानून का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि इससे हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता पाने में मदद मिलेगी। केंद्र ने पिछले महीने संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए), 2019 लागू किया था। संसद द्वारा यह कानून पारित किए जाने के चार साल बाद इससे संबंधित नियमों को अधिसूचित किया गया था। यह कानून पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 से पहले बिना दस्तावेजों के भारत आए गैर-मुस्लिम प्रवासियों को तेजी से नागरिकता प्रदान करने के लिये बनाया गया।वोट बैंक के लिए होने दिया महिलाओं के साथ अत्याचार
उन्होंने आरोप लगाया कि ममता दीदी ने वोट बैंक के लिए संदेशखाली में महिलाओं के साथ अत्याचार होने दिया।ममता दीदी बंगाल की जनता अब तृणमूल के काले कारनामों से तंग आ चुकी है। इस बार बंगाल में 30-35 सीटों पर कमल खिलने वाला है। शाह ने कहा कि ममता दीदी ने उत्तर बंगाल में एम्स नहीं बनने दिया। भाजपा की सरकार बनते ही रायगंज में एम्स बनेगा, ये मोदी गारंटी है। शाह ने दावा किया कि राज्य की जनता ने घुसपैठियों व भ्रष्टाचारियों की हितैषी तृणमूल को हटाने का फैसला कर लिया है। मोदी को फिर एक बार पीएम बनाने का मन बना लिया है। पूरा बंगाल ममता दीदी के अत्याचारों के खिलाफ इस बार परिवर्तन के संकल्प के साथ खड़ा है।