नीतीश कुमार छठी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं। इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री जे.पी.नड्डा और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अनिल जैन के अलावा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय , जनता दल यूनाईटेड (जदयू) प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के अलावा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के कई सांसद, विधायक समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे ।
बुधवार की शाम नीतीश के इस्तीफा के बाद 20 महीने से चल रही महागठबंधन की सरकार गिर गई थी। इसके बाद बुधवार की देर रात नीतीश कुमार को जद (यू) और भाजपा संयुक्त विधायक दल का नेता चुन लिया गया। नीतीश ने देर रात ही नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल ने उन्हें नई सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है।
इसके पूर्व बुधवार की रात नीतीश कुमार ने राज्यपाल से मिलकर भाजपा, जद (यू), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, लोक जन शक्ति पार्टी के विधानसभा सदस्यों के अतिरिक्त दो निर्दलीय विधानसभा सदस्यों सहित कुल 131 विधायकों के समर्थन का पत्र प्रस्तुत किया था।
इसके बाद राज्यपाल ने नीतीश को सरकार बनाने का न्योता दिया। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को शपथ-ग्रहण के बाद 29 जुलाई तक बिहार विधान सभा में बहुमत सिद्घ करने को कहा है । नीतीश : छठी बार शपथ
– पहली बार उन्होंने 3 मार्च 2000 को सीएम पद की शपथ ली थी, लेकिन 7 दिन ही सरकार चली थी। – दूसरी बार वे 2005 के विधानसभा चुनाव में जीतकर आए और पांच साल सरकार चलाई।
– 2010 के चुनाव में फिर जीते। लेकिन 2014 लोकसभा के चुनाव में हार के बाद इस्तीफा दे दिया। – 2015 में वे मांझी को हटाकर फिर सीएम बने।