सोनिया गांधी: कांग्रेस पार्टी की लंबे वक्त कमान संभालने वाली सोनिया गांधी आज भी देश की सियासत में बड़ा दखल रखती हैं। वह गांधी परिवार की बहू हैं। वो इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की सियासी विरासत को आगे बढ़ा रहीं हैं। हालांकि अब पार्टी की कमान मल्लिकार्जुन खड़गे के हाथ में है लेकिन पार्टी के बड़े फैसलों में आज भी सोनिया गांधी की परछाई दिखाई देती है। सोनिया गांधी ने कभी भी संवेधानिक पद नहीं संभाला, लेकिन लंबे वक्त तक सत्ता की डोर अपने हाथों में ही रखी।
देश लोकसभा चुनाव के मुहाने पर खड़ा है। बीजेपी-कांग्रेस समेत तमाम सियासी दल चुनावी रस्साकशी में जुटे हुए हैं। इसी बीच देश की कुछ ऐसी पावरफुल महिला नेता भी है जो आगामी दिनों में होने वाले लोकसभा चुनाव की दशा और दिशा तय करती दिखाई दे सकती हैं। चलिए जानते हैं देश की सबसे पावरफुल महिला नेताओं को..
निर्मला सीतारमण: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार की सबसे पावरफुल महिला मंत्री है। सीतारमण देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं. फोब्स की 100 सबसे सशक्त महिलाओं की फेहरिस्त में भी सितारमण का नाम शुमार है।
स्मृति ईरानी: स्मृति ईरानी मोदी सरकार की एक और पावरफुल मंत्री है। नो महिला और बाल विकास जैसा अहम मंत्रालय संभाल रही हैं। साल 2019 में देश ने उनकी शक्ति का अहसास तब किया, जब उन्होंने राहुल गांधी को उन्हीं के गढ़ में शिकस्त दे दी।
ममता बनर्जी: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी वर्तमान में एकमात्र महिला मुख्यमंत्री है। पिछले तीन बार से लगातार ममता बनर्जी अपने दम पर बंगाल में टीएमसी को जीत दिला रही हैं और मुख्यमंत्री चुनी जा रही हैं। वो इससे पहले दो बार देश की रेल मंत्री भी रह चुकी हैं। सियासत में उन्हें 'दीदी' के नाम से पहचाना जाता है।
मायावती: उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रही मायावती भी देश में एक दमदार महिला नेता हैं। मायावती उत्तर प्रदेश की सियासत में आज भी दखल रखतीं है। बहुजन समाजवादी पार्टी की कमान भी लंबे वक्त से उनके हाथों में ही है। सियासत में उन्हें 'बहनजी' के तौर पर पहचाना जाता है।
वसुंधरा राजे: राजस्थान की दो बार मुख्यमंत्री रही वसुंधरा राजे ने प्रदेश की सियासत में दो दशक से सबसे पावरफुल महिला रहीं हैं। 5 बार सांसद और 6 बार की विधायक है। आज भी राजस्थान की सियासत वसुंधरा राजे के बिना कल्पना करना मुश्किल है।
प्रियंका गांधी: प्रियंका गांधी ने भले ही अब तक चुनावी सियासत में कदम नहीं रखा है, लेकिन पार्टी के बड़े फैसले और खास कर उत्तर प्रदेश से जुड़े हर फैसले में प्रियंका की छाप दिखाई देती है। लोग उनमें दादी इंदिरा गांधी की झलक देखते हैं। प्रियंका गांधी भले ही अब तक पार्टी को कोई बड़ी जीत नहीं दिला पाई हैं, लेकिन उनका नाम देश की पावरफुल महिला नेताओं की सूची में शामिल हो गया है।