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Monsoon Update 2024: कहीं भीषण गर्मी तो कहीं बाढ़, मानसून से पहले क्या कहती है कॉपरनिक्स की रिपोर्ट

मानसून से पहले भारत समेत दक्षिणी एशिया में भीषण गर्मी का दौर देखने को मिल रहा है। वहीं ब्राजिल-मिडल ईस्ट जैसे देश बाढ़ से ग्रस्त है। जानिए क्या कहती है कॉपरनिक्स की रिपोर्ट…

नई दिल्लीMay 09, 2024 / 02:12 pm

Anish Shekhar

भारत से लेकर वियतनाम तक एशिया के कई हिस्से हाल के हफ्तों में भीषण हीटवेव से प्रभावित हुए हैं, जबकि दक्षिणी ब्राजील को घातक बाढ़ का सामना करना पड़ा है। यूरोपीय संघ के जलवायु मॉनिटर की एक नई रिपोर्ट का कहना है, ग्लोबल वार्मिंग की हर अतिरिक्त डिग्री चरम मौसम की घटनाओं को जन्म देती है। बाढ़ और सूखे के रूप में चरम स्थितियों ने अप्रैल में धरती को प्रभावित किया। कॉपरनिक्स की रिपोर्ट के अनुसार, यूरोप के अधिकांश हिस्से में अप्रैल सामान्य से अधिक गीला रहा, हालांकि दक्षिणी स्पेन, इटली और पश्चिमी बाल्कन औसत से अधिक शुष्क रहे। भारी बारिश के कारण उत्तरी अमरीका, मध्य एशिया और फारस की खाड़ी के कुछ हिस्सों में बाढ़ आ गई। जहां, पूर्वी ऑस्ट्रेलिया भारी बारिश से प्रभावित रहा, वहीं देश के अधिकांश हिस्से में सामान्य परिस्थितियों की तुलना में अधिक शुष्कता का अनुभव हुआ, उत्तरी मेक्सिको और कैस्पियन सागर के आसपास भी यही स्थिति रही।

अप्रैल इस साल भी सबसे गर्म महीना

बुधवार को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक वायु और समुद्री सतह के रेकॉर्डतोड़ तापमान के मामले में अप्रेल इस साल भी ‘उल्लेखनीय’ महीना था। यूरोपीय संघ की कोपरनिकस जलवायु परिवर्तन सेवा ने कहा कि अल नीनो मौसम की घटना के लगातार कमजोर होने के बावजूद असामान्य रूप से गर्म स्थितियां आईं, वहीं ग्लोबल वार्मिंग की चरम सीमा को बढ़ाने में मानव-जनित जलवायु परिवर्तन का भी हाथ रहा। कॉपरनिक्स के अनुसार, पिछले साल जून के बाद से हर महीना रिकॉर्ड पर सबसे गर्म अवधि रहा है। इस साल का अप्रेल भी अपवाद नहीं था, इसका तापमान भी 1850-1900 पूर्व-औद्योगिक औसत से 1.58 डिग्री सेल्सियस ऊपर दर्ज किया गया।

गर्म होते महासागर भी जोखिम

कॉपरनिकस ने कहा कि प्राकृतिक अल नीनो पैटर्न, जो प्रशांत महासागर को गर्म करता है और वैश्विक तापमान में वृद्धि का कारण बनता है, इस साल की शुरुआत में चरम पर था और अप्रैल में ‘तटस्थ स्थिति’ की ओर बढ़ रहा था। फिर भी, समुद्र की सतह के औसत तापमान ने लगातार 13वें महीने अप्रेल में रिकॉर्ड तोड़ दिया। गर्म होते महासागर समुद्री जीवन के लिए खतरा पैदा करते हैं, वातावरण में अधिक नमी लाते हैं और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को अवशोषित करने में इनकी भूमिका को खतरे में डालते हैं।

आगे के लिए स्थितियां अभी भी अनिश्चित

जलवायु पूर्वानुमानों से पता चलता है कि वर्ष की दूसरी छमाही में अल नीनो का ला नीना में संक्रमण भी देखा जा सकता है, जो वैश्विक तापमान को कम करता है, लेकिन स्थितियां अभी भी अनिश्चित हैं। अल नीनो के ख़त्म होने का मतलब उच्च तापमान का ख़त्म होना नहीं है।
कॉपरनिक्स के डायरेक्टर, कार्लो बूनटेम्पो कहते हैं कि ग्रीनहाउस गैसों की बढ़ती सांद्रता के कारण समुद्र और वायुमंडल में फंसी अतिरिक्त ऊर्जा वैश्विक तापमान को नए रेकॉर्ड की ओर धकेलती रहेगी।

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