पीएम मोदी ने लिखा कि “आप सभी की तरह, मुझे भी खुद को नृत्य करते हुए देखकर आनंद आया। मतदान के मौसम में ऐसी रचनात्मकता वास्तव में आनंददायक है!” उन्होंने उस मीम को रीट्वीट करते हुए पोस्ट किया, जिसमें वो एक लोकप्रिय बंगाली गाने पर थिरकते हुए दिखाए गए हैं।
एक एक्स हैंडल @Atheist_Krishna द्वारा साझा किया गया, एआई-जनरेटेड मीम वीडियो में पीएम मोदी को नारंगी वेस्ट कोट पहने, मंच पर प्रवेश करते हुए और धुनों पर नाचते हुए दिखाया गया है, जबकि भीड़ उनके लिए जयकार कर रही है। यूजर ने लिखा, “यह वीडियो इसलिए पोस्ट कर रहा हूं क्योंकि मुझे पता है कि ‘द डिक्टेटर’ मुझे इसके लिए गिरफ्तार नहीं कराएगा।”
पीएम मोदी ने वीडियो को रीशेयर करते हुए लिखा, ”आप सभी की तरह मुझे भी खुद को डांस करते हुए देखकर मजा आया. चरम चुनावी मौसम में ऐसी रचनात्मकता सचमुच आनंददायक है!
बंगाल में हो गया बवाल
बता दें कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बने मीम मामले हंगामा हो गया था, जिसमें उन्हें अपने ही भाषण पर नाचते हुए दिखाया गया था, बंगाल पुलिस की ओर से इस मामले में तीखी प्रतिक्रिया दी गई थी और कानूनी कारवार्ई की धमकी दी गई थी। ट्वीट का जवाब देते हुए कोलकाता पुलिस की एक पोस्ट में कहा गया, “आपको नाम और निवास सहित तुरंत अपनी पहचान का खुलासा करने का निर्देश दिया जाता है। यदि मांगी गई जानकारी का खुलासा नहीं किया जाता है, तो आप सीआरपीसी की धारा 42 के तहत कानूनी कार्रवाई के लिए उत्तरदायी होंगे।”
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया तेज़ थी, अधिकांश लोगों ने पुलिस को सेंसर कर दिया। कई लोगों ने कहा कि पीएम मोदी ने इस चुनावी मौसम में अपने ऊपर बने कई चुटकुलों और कार्टूनों और मीम्स पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
भारत में रही है ऐसी परंपरा
गौरतलब है कि दशकों से, भारत में चुनावों के साथ-साथ हंसी-मज़ाक भी होता रहा है क्योंकि आरके लक्ष्मण से लेकर कार्टूनिस्ट राजनीतिक नेताओं और आम आदमी का मज़ाक उड़ाते रहे हैं। सोशल मीडिया के युग में इसकी जगह कार्टून और मीम्स ने ले ली, जिस पर समय-समय पर कार्रवाई होती रही। हाल के वर्षों में, शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे और तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता सहित नेताओं पर सामग्री पोस्ट करने के लिए कई लोगों को देश भर में कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ा है।
बंगाल में, इसकी शुरुआत 2012 में हुई, जब कोलकाता के प्रमुख जादवपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अंबिकेश महापात्रा को सुश्री बनर्जी के कार्टून वाले एक ईमेल को अग्रेषित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।