गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने लोकसभा में जानकारी देते हुए कहा कि हिंदुओं की आबादी 1971 में 45.33 करोड़ थी, जो 2011 में बढ़कर 96.22 करोड़ हो गई। इस तरह से देखा जाए तो हिंदुओं की आबादी 4 दशकों में दोगुनी से भी अधिक हुई है, हालांकि इस दौरान देश की कुल आबादी में उसकी हिस्सेदारी घटी है।
सबसे खास बता ये है कि 1971 की जनगणना में सिक्किम और 1981 में असम की आबादी कुल आबादी में शामिल नहीं थी। इसी तरह 1991 में मणिपुर के कुछ इलाकों की आबादी जनगणना न हो पाने के चलते कुल आबादी में शामिल नहीं थी।
महापंजीयक और जनगणना आयुक्त द्वारा जारी 2011 के धार्मिक जनगणना डाटा के अनुसार देश में 2011 में कुल जनसंख्या 121.09 करोड़ थी। इसमें हिंदू जनसंख्या 96.63 करोड़ (79.8 फीसद), मुसलिम आबादी 17.22 करोड़ (14.2 फीसद), ईसाई 2.78 करोड़ (2.3 फीसद), सिख 2.08 करोड़ (1.7 फीसद), बौद्ध 0.84 करोड़ (0.7 फीसद), जैन 0.45 करोड़ (0.4 फीसद) और अन्य धर्म और मत (ओआरपी) 0.79 करोड़ (0.7 फीसद) रही।