जानकारी के अनुसार कलेक्ट्रेट गेट के पास 186228 लाख की लागत से नवीन न्यायालय भवन के निर्माण का काम चल रहा है। यह काम पलिया कंस्ट्रक्शन करा रही है। रात में काम करते समय श्रमिक चंदन सिंह पिता देवीसिंह पटेल निवासी हाउसिंग बोर्ड कालोनी अचानक ऊंचाई से गिरा और उसकी दर्दनाक मौत हो गई। बताया गया है कि कार्यस्थल पर ठेकेदार ने श्रमिकों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किया था। नियमानुसार ऊंचाई पर काम करने के दौरान श्रमिकों के लिए चारों ओर नेट और सुरक्षा झूला की व्यवस्था करना जरूरी है ताकि फिसलने पर वे नीचे न गिरें इसके अलावा उन्हें हेलमेट लगवाना भी जरूरी है पर इनमें से कोई भी इंतजाम नहीं किया गया था। श्रमिक के गिरते ही ठेकेदार के साइट इंचार्ज वहां से भाग निकले और साथी श्रमिक उसे उठाकर जिला अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल चौकी प्रभारी सुधीर शर्मा ने बताया कि जब श्रमिक को अस्पताल लाया गया था तो उसे कमर के पास और पैर में चोट के अलावा गहरी अंदरूनी चोटें थीं। डॉक्टरों ने उसकी जांच कर मृत घोषित कर दिया।
यह दूसरी मौत
गौरतलब है कि कार्यस्थल पर सुरक्षा इंतजाम न किए जाने की वजह से जिले में किसी श्रमिक की दर्दनाक मौत की यह दूसरी घटना है। 3 अप्रैल को बहादुर पिता रामलाल की यहां के बरगी फाटक के पास ठेकेदार ओमप्रकाश शर्मा द्वारा बनाए जा रहे रेलवे के ओवर ब्रिज के लिए काम करते समय 10 फीट से अधिक ऊंचाई के पिलर से गिरने से मौत हो गई थी। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया था जहां उसका प्राथमिक उपचार कर जबलपुर रेफर कर दिया गया पर रास्ते में ही उसकी मौत हो गई थी। जिला मुख्यालय पर करोड़ों की लागत के इन दिनों कई बड़े काम चल रहे हैं जिनमें ठेकेदार सुरक्षा निदेर्शों का पालन नहीं कर रहे हैं वहीं श्रम विभाग के अधिकारी भी इससे बेखबर बने हुए हैं। घटना स्थल से श्रम विभाग का कार्यालय कुछ कदम की दूरी पर है लेकिन श्रम विभाग यहां ठेकेदार द्वारा सुरक्षा नियमों के पालन न कराने की अनदेखी करता रहा।