कमलनाथ ने १३ अप्रेल २०१८ को लिया था शंकराचार्य से आशीर्वाद
पीसीसी चीफ बनने से पहले कमलनाथ नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव क्षेत्र में स्थित परमहंसी आश्रम पहुंचे थे। यहां उन्होंने महाराजश्री के मणिपुर धाम में स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया था। यहां उन्होंने राजराजेश्वरी देवी त्रिपुर सुंदरी मंदिर में विशेष पूजन अर्चन भी कराया था। जिसके बाद कमलनाथ को प्रदेश में कांग्रेस का पीसीसी चीफ बनाया गया था और उन्हें प्रदेश के चुनावी कैम्पेन की जिम्मेदारी सौंपी गई।
पीसीसी चीफ बनने से पहले कमलनाथ नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव क्षेत्र में स्थित परमहंसी आश्रम पहुंचे थे। यहां उन्होंने महाराजश्री के मणिपुर धाम में स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया था। यहां उन्होंने राजराजेश्वरी देवी त्रिपुर सुंदरी मंदिर में विशेष पूजन अर्चन भी कराया था। जिसके बाद कमलनाथ को प्रदेश में कांग्रेस का पीसीसी चीफ बनाया गया था और उन्हें प्रदेश के चुनावी कैम्पेन की जिम्मेदारी सौंपी गई।
पूर्व उर्जा मंत्री एनपी भी रहे महाराज की शरण में
गोटेगांव विधानसभा से विधायक चुने गए पूर्व कैबिनेट मंत्री नर्मदा प्रसाद प्रजापति लगातार स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती शंकराचार्य जी की शरण में रहे। टिकट फाइनल होने से पहले और मतदान के बाद तक वह लगातार शंकराचार्य का आशीर्वाद प्राप्त करते रहे । प्रजापति ने इस बार १२३८३ वोट के अंतर से इस बार गोटेगांव विधानसभा सीट जीती है। जीत के बाद उन्होंने कहा था कि शंकराचार्य महाराज और जनता के आशीर्वाद से वे विजयी हुए। जीत के बाद भी वे शंकराचार्य महाराज के पास कृतज्ञता ज्ञापित करने व आशीर्वाद प्राप्त करने गए थे। जीत के बाद उन्होंने कहा था कि शंकराचार्य महाराज और जनता के आशीर्वाद से वे विजयी हुए। जीत के बाद भी वे शंकराचार्य महाराज के पास कृतज्ञता ज्ञापित करने व आशीर्वाद प्राप्त करने गए थे।
गोटेगांव विधानसभा से विधायक चुने गए पूर्व कैबिनेट मंत्री नर्मदा प्रसाद प्रजापति लगातार स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती शंकराचार्य जी की शरण में रहे। टिकट फाइनल होने से पहले और मतदान के बाद तक वह लगातार शंकराचार्य का आशीर्वाद प्राप्त करते रहे । प्रजापति ने इस बार १२३८३ वोट के अंतर से इस बार गोटेगांव विधानसभा सीट जीती है। जीत के बाद उन्होंने कहा था कि शंकराचार्य महाराज और जनता के आशीर्वाद से वे विजयी हुए। जीत के बाद भी वे शंकराचार्य महाराज के पास कृतज्ञता ज्ञापित करने व आशीर्वाद प्राप्त करने गए थे। जीत के बाद उन्होंने कहा था कि शंकराचार्य महाराज और जनता के आशीर्वाद से वे विजयी हुए। जीत के बाद भी वे शंकराचार्य महाराज के पास कृतज्ञता ज्ञापित करने व आशीर्वाद प्राप्त करने गए थे।