पुलिस कर्मियों के आवासों की हालत जर्जर
नरसिंहपुरPublished: Nov 16, 2018 04:20:24 pm
न पानी निकासी के इंतजाम, न ही सड़क-नाली की व्यवस्था
गाडरवारा। नगर के पुलिस थाना परिसर में पीछे बरसों पहले बने पुलिस कर्मियों के रहवासों की हालत जीर्ण शीर्ण होने से वे वहां नरकीय जिंदगी जीने मजबूर हैं। पुलिस के आवासीय क्वार्टरों में 29 क्वार्टर पुराने तथा 8 नए क्वार्टर हैं। बताया गया है पुराने क्वार्टरों में चार क्वार्टरों की स्थिति जर्जर होने के कारण उनमें कोई निवास नहीं कर रहा है। साथ ही पुलिस आवासीय परिसर में स्ट्रीट लाईट की व्यवस्था न होने से वहां पर रात्रिकालीन समय अंधेरा छाया रहता है। पुलिस आवासीय परिसर के क्वार्टर बहुत पुराने हो चुके हैं। जो जगह जगह से जर्जर हो रहे हैं। इतना ही नहीं इनका छप्पर भी बेहद जर्जर हो गया है। वर्षाकाल में छप्पर से पानी टपकता है, जिसके कारण पुलिस कर्मियों को छप्पर के ऊपर पन्नी डालनी पड़ती है। पुलिस आवासीय परिसर में कचरा घर न होने से परिसर में कचरे का अंबार लगा रहता है और रही सही कसर वहां धूम रहे आवारा मवेशी आकर कचरा यहां वहां फैला देते है। जिससे परिसर में गंदगी का आलम देखा जा सकता है। पुलिस आवासीय परिसर में क्वाटरों के निस्तार के पानी की पूर्ण निकासी न होने से पीछे की ओर पानी का भराव बना रहता है, जहां पर गंदे पानी भरे होने से मच्छरों का प्रक्रोप बना रहता है। बताया जाता है आवासीय परिसर में नालियों का निर्माण भी नहीं किया गया, जिससे कुछ क्वार्टरों के निस्तारी पानी को निकालने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। पुलिस कर्मियों के आवासीय पुराने क्वार्टरों तक सड़क मार्ग नहीं है। इससे वर्षो से कच्चे मार्ग से ही पुलिसकर्मी वहां से आते जाते हैं। पुरानी क्वार्टरों में रह रहे पुलिस कर्मियों के परिजनों ने बताया कि उन्हे सबसे ज्यादा परेशानी वर्षाकाल में होती है क्योंकि पानी की निकासी न होने से परिसर में तालाब जैसी स्थिति निर्मित हो जाती है एवं कई बार पानी क्वार्टरों तक आ जाता है, पानी का भराव होने से जहरीले जीव जंतु भी हम लोगों के घरों में आ जाते हैं। बरसात होने पर छप्परों से पानी टपकता है सो अलग।