यहां खोदी पक्की सड़कें
बाइव्रेटर से सड़कों को खोदने से सड़क में दरारें आ जाती हैं। वहीं लाइन डालने के बाद उसे दोबारा सीमेंट से समतल करना भी उचित नहीं समझा जाता। इसकी बानगी पानी की टंकी से अस्पताल की ओर रोड पर देखी जा सकती है। ऐन पानी की टंकी के पास पक्की सड़क खोद कर लाइन डालने के बाद मात्र मिटटी से नाली भरकर औपचारिकता निभाई गई है। इससे आने जाने वाले स्कूली बच्चों, राहगीरों को बेहद परेशानी हो रही है। आगे पुराने कॉलेज रोड से विजय कॉलोनी मार्ग के बीच इसी सड़क पर दूसरी तीसरी बार खुदाई होने से कई जगह आधी से अधिक सड़क कबाड़ हो चुकी है। ठीक इसी तर्ज पर नगर भर में हाल देखा जा सकता है। कई जगह खुदाई के महीनों बाद दोबारा खुदाई होने से लोगों के घरों में जाने का रास्ता तक नहीं बचा है।
यहां सड़क बनने के पहले डल रही लाइन
राठी तिराहे से पुराने बस स्टैंड की ओर सड़क निर्माण अधूरा पड़ा है। जिस तरफ सड़क निर्माण शेष है, उसी तरफ से पूर्व में भी पाइप लाइन डाली गई थी। अब बीते दिवस फिर से सड़क बनने के पहले पुरानी गल्ल मंडी से पुराने बस स्टैंड की ओर फिर से खुदाई कराई जा रही है। लोगों का कहना है सड़क बनने के पहले ही लाइन डालने से कम से कम यह सड़क खुदने से बच जाएगी।