जानकारी के अनुसार करेली शुगर मिल के अधिकतर किसानों के लाखों रुपये बकाया हैं,लेकिन शुगर मिल द्वारा भुगतान के नाम पर 200 किसानों को रोजाना मात्र 10 से 20 हजार रुपये ही नगद दिए जा रहे हैं, अन्य किसानों के बैंक खातों में पैसे ट्रांसफ र किये जाते हैं। मिल से भुगतान न होने के कारण क्षेत्र के गन्ना किसान आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। होली का त्यौहार होने की वजह से किसानों को पैसों की आवश्यकता है लेकिन शुगर मिल की भुगतान प्रक्रिया बेहद धीमी होने से किसान परेशान हो रहे हैं जिससे उनमें नाराजगी है। शनिवार से सोमवार तक लगातार तीन दिन भुगतान बन्द रहने के कारण मंगलवार को किसानों की संख्या त्योहार की वजह से काफी ज्यादा थी। मंगलवार को सुबह से ही सैंकड़ों की संख्या में किसान शुगर मिल पहुंच गए थे। शुगर मिल द्वारा दो सौ किसानों को टोकन वितरित किये जाने की वजह से हालात बेकाबू हो गए। आक्रोशित किसानों ने सडक़ पर प्रदर्शन शुरू कर दिया भुगतान के लिए नारेबाजी की।
इनका कहना है
मेरा साढ़े चार लाख रुपये का भुगतान बकाया है होली के कारण लेबर की पेमेंट करनी है, शुगर मिल वाले केवल 10 हजार दे रहे हैं।
पवन कुमार, किसान
पेमेंट लेने आये हैं, मेरे बेटे का एक्सीडेंट हो गया है, पैर व सीने में चोट आई है। वह अस्पताल में भर्ती है, बहुत दिन हो गये है। हमें मिल से पैसा नहीं मिला।
पूरन लाल साहू, किसान
त्यौहार सिर पर आ गया है मिल वाले 10 बार बुला चुके हंै, फिर भी हमारा पेेमेंट नहीं किया है, लगभग एक लाख मुझे इनसे लेना है बहुत दिन हो गये हंै।
मूलचंद, किसान
मंगलवार को 200 टोकन बंटे थे उनके पेमेंट किये जा रहे हैं। होली का त्यौहार होने के कारण लोग ज्यादा आ गये। बाकी लोगों का परमिट नंबर नोट कर लिया है, उन्हें भी जितना संभव होगा, पेमेंट किया जायेगा।
रत्नेश जैन, जनरल मैनेजर फ ायनेंस सुुगर मिल करेली
पुलिस समय पर पहुंच गई थी, स्थिति नियंत्रण में है, मैनेजमेंट और किसानों की बीच पेमेंट का मामला है। मैनेजमेंट से बात करके ही कुछ और बता पाऊंगा।
रमेश कुमार मेहरा, तहसीलदार करेली
मैनेजमेंट से बात की है, वह 200 टोकन प्रतिदिन देते हैं होली के त्यौहार के कारण किसानों की संख्या अधिक हो गई है। वह ज्यादा पेमेंट चाह रहे थे, स्थिति अब नियत्रंण में है।
नवल आर्य, नगर निरीक्षक करेली