बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी कुछ दिन पूर्व बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। उनके इस दल-बदल पर जमकर बीजेपी—कांग्रेस में खूब बयानबाजी हो रही है। कांग्रेस नेता और पूर्व केन्द्रीय अरुण यादव ने भी पचौरी के बीजेपी में जाने पर तंज कसे।
प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए वरिष्ठ नेता चुनाव प्रचार में जुटे हैं। इस दौरान नेताओं में जुबानी जंग भी हो रही है। पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव जब इटारसी पहुंचे तो वे सुरेश पचौरी पर खूब बरसे और उनपर कई आरोप लगाए।
अरुण यादव ने अपने पूर्व वरिष्ठ नेता को टिकट कटाऊ नेता बताया। उन्होंने कहा कि सुरेश पचौरी, मजबूत कांग्रेस नेताओं के टिकट कटवा देते थे। वे ऐसे नेता जो एक भी चुनाव जीते बिना ही तीन दशकों तक सांसद और यहां तक कि केंद्रीय मंत्री भी रहे।
यह भी पढ़ें—Lok Sabha Election 2024 : कांग्रेस का बड़ा फैसला, लोकसभा के बदलेगी प्रत्याशी, कमजोर फीडबैक के बाद उठाया कदम जनसभा में अरुण यादव ने इशारों ही इशारों में सुरेश पचौरी का जिक्र करते हुए कहा कि एक समय था जब उन्हें इटारसी या नर्मदापुरम आने में ही डर लगता था। यहां आने से पहले बड़े नेता की परमिशन लेना पड़ती थी, एक बार नेताजी से पूछना पड़ता था। इटारसी में सभा में अरुण यादव ने ऐसे कई खुलासे किए।
सुरेश पचौरी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यहां के बड़े नेता अच्छे और मजबूत कार्यकर्ताओं का टिकट काटनेवाले थे, वे टिकट कटाऊ नेता बन गए थे। अच्छे लोगों की तो टिकट कट ही जाती थी। बिना चुनाव जीते राज्य सभा सांसद बनते रहे और जब भी मैदान में उतरे, हार गए। इस बार भी पार्टी उन्हें टिकट देना चाहती थी लेकिन वे भाग गए।