सड़क की बजाए रेल परिवहन से आसान है रेत सप्लाई
गुरूप्राणनाथ डायमंड प्राइवेट लिमिटेड के योगेन्द्र सिह तोमर ने बताया कि उन्हे रेल परिवहन से रेत भेजना सस्ता पड़ रहा है। सागर बुंदेलखंड के लोगों को बाजिव दाम में यह रेत आसानी से मुहैया हो सकेगी, क्योंकि सड़क मार्ग से रेत भेजना काफी महंगा पडता है। गाडियों में टूटफूट, डीजल भी मंहगा, रास्ते में जगह-जगह परेशानी और सड़क दुर्घटनाओं की भी संभावना रहती है, लेकिन मालगाड़ी से इसका परिवहन सस्ता सुगम और पर्यावरण की दृष्टि से भी बेहतर है और आसानी से रेत दूरस्थ स्थानों पर रेत पहुंच रही है। कंपनी की योजना है कि रेत का एक रैक रोजाना सागर जाए, इसकी तैयारी भी चल रही है।
गुरूप्राणनाथ डायमंड प्राइवेट लिमिटेड के योगेन्द्र सिह तोमर ने बताया कि उन्हे रेल परिवहन से रेत भेजना सस्ता पड़ रहा है। सागर बुंदेलखंड के लोगों को बाजिव दाम में यह रेत आसानी से मुहैया हो सकेगी, क्योंकि सड़क मार्ग से रेत भेजना काफी महंगा पडता है। गाडियों में टूटफूट, डीजल भी मंहगा, रास्ते में जगह-जगह परेशानी और सड़क दुर्घटनाओं की भी संभावना रहती है, लेकिन मालगाड़ी से इसका परिवहन सस्ता सुगम और पर्यावरण की दृष्टि से भी बेहतर है और आसानी से रेत दूरस्थ स्थानों पर रेत पहुंच रही है। कंपनी की योजना है कि रेत का एक रैक रोजाना सागर जाए, इसकी तैयारी भी चल रही है।
दूसरे राज्यों व जिलों में रेत पहुंचाने के प्रयास जारी
रेलवे के वाणिज्य विभाग के सीनियर डीसीएम विजय प्रकाश के बेहतर तालमेल और वाणिज्य संसाधनों को देखते हुए परिवहन कंपनी दूसरे राज्यों व मप्र के अन्य दूरस्थ जिलों में भी नर्मदा-तवा की रेत को होशंगाबाद से परिवहन करने के प्रयास कर रही है। पहली सफलता सागर (बुंदेलखंड) की मिली है।
रेलवे के वाणिज्य विभाग के सीनियर डीसीएम विजय प्रकाश के बेहतर तालमेल और वाणिज्य संसाधनों को देखते हुए परिवहन कंपनी दूसरे राज्यों व मप्र के अन्य दूरस्थ जिलों में भी नर्मदा-तवा की रेत को होशंगाबाद से परिवहन करने के प्रयास कर रही है। पहली सफलता सागर (बुंदेलखंड) की मिली है।