माओवादियों ने गांव में जनअदालत लगाकर ग्रामीणों सहित परिजनों को घटना के बारे मेें किसी को बताने पर अंजाम भुगतने की चेतवानी दी थी।
नारायणपुर. अबूझमाड के इरपानार निवासी 30 वर्षीय युवक को माओवादियो ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद माओवादियों ने गांव में जनअदालत लगाकर ग्रामीणों सहित परिजनों को घटना के बारे मेें किसी को बताने पर अंजाम भुगतने की चेतवानी दी थी। घटना के पांच दिनों बाद इस मामले की जानकारी हासिल हो पाई। दहशत के कारण परिजनों ने घटना की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराने में कोई रूचि नहीं दिखाई है।
राजसात वाहनों को बेधड़क सड़कों पर दौड़ा रहा विभाग, नियमों की ऐसे उड़ा रहा धज्जियाखेत में निंदाई कर रहा थाजानकारी के अनुसार अबूझमाड के इरपानार गांव में निवासरत राजू पोटाई पिता कतरी उम्र 30 शुक्रवार को अपने खेत में निंदाई करने में लगा हुआ था। इसी दौरान 18 अगस्त को 40-50 हथियार बंद माओवादियों ने खेत में दस्तक देकर राजू के दोनों हाथ पीछे तरह रस्सी से बांधकर अपने साथ ले गए। इसको खेत से कुछ दूर ले जाने के बाद उसे डंडे से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया।
गांव में लगाई जनअदालतजिसके शव को सडक मे छोडकर माओवादियो ने इरपानार गांव मे ंजनअदालत लगाई। इस जनअदालत में माओवादियों ने राजू को मौत के घाट उतारने की बात का खुलासा किया। वही जनअदालत में उपस्थित ग्रामीणों सहित परिजनों को घटना के बारे में किसी को न बताने या अंजाम भुगतने की चेतावनी दी।
INSPECTOR रैंक के ट्रेकर डॉग मिन्नी को भी सरपंच पति हत्या मामले में नहीं मिला क्लू, अंतिम संस्कार के बाद पत्नी का लेगी बयानपरिजन शव उठाकर घर ले आएमाओवादियों के जाने के बाद परिजन शव उठाकर घर ले आए। इसके बाद शनिवार को राजु पोटाई के शव का अंतिम संस्कार किया गया। सूत्रों की माने तो राजू पिछले साल माओवादी प्रकरण में जेल गया था। जहां से रिहा होने के बाद मुख्यालय में रहकर अपना जीवन यापन कर रहा था। उसके गृहग्राम लौटने की बात माओवादियों को रास नहीं आई।