पुलिस और प्रतिनिधि मंडल के बीच हुई वार्ता में मृतक के परिजनों द्वारा की गई मांगों में आरोपियों की 5 दिनों में गिरफ्तारी, पादूकलां थानाधिकारी रमेशसिंह व एएसआई मेहराम को लाइन हाजिर करने, पोस्टमार्टम रिपोर्ट पक्ष में आने से संतुष्ट, पूरे प्रकरण की जांच नागौर डीएसपी सुभाष मिश्रा को सौंपी गई। तब जाकर परिजन शव लेने को तैयार हुए। मामले में लिप्त अन्य लोगों की भी कॉल डिटेल के आधार पर जांच कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पूरे मामले में शांति बनाए रखने एवं वार्ता को सफल बनाने में एडिशनल एसपी राजकुमार चौधरी का प्रयास काम आया।
इससे पहले मंगलवार को दिनभर पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद भी परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर अड़े हुए थे और पूरी रात रियां बड़ी अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना दिए बैठे रहे। बुधवार सुबह पूर्व प्रधान रामप्रताप बग्गड़, अरनीयाला सरपंच सहदेव सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी धरनास्थल पर पहुंच गए। जिसके बाद पुलिस और परिजनों तथा जनप्रतिनिधियों के बीच समझाइश के दौर शुरू हुए।
घर में फंदे से लटका मिला शव
पुलिस के अनुसार बग्गड़ के योगेश बेनीवाल का शव लाम्पोलाई में एक घर में फांसी के फंदे पर लटका मिला। पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद परिजनों ने गोपीराम, शिवकरणराम, सुशील व गोपीराम की दोहिती के विरूद्ध हत्या कर फांसी पर लटकाने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दी, जिस पर पुलिस न मामला दर्ज कर लिया। परिजनों की मांग पर पुलिस ने संदिग्ध आरोपियों को पकडऩे के लिए दो टीमों को लगाया है।