कांग्रेस अध्यक्ष ने भागवत पर लगाया देश की हर संस्था को कमजोर करने का आरोप
संघ प्रमुख पर टिप्पणी करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ”मोहन भागवत राष्ट्र को एकजुट और संगठित करने की बात कहते हैं। आखिर वो राष्ट्र को संगठित करने वाले होते कौन हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल दागते हुए कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि क्या मोहन भागवत भगवान हैं? देश खुद अपने आपको संगठित कर सकता है। राहुल गांधी ने इस दौरान सरकार पर हर संस्था में संघ की घुसपैठ कराने का आरोप भी लगाया। 2014 में जब मोदी सत्ता में आए तो उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति को एसपीजी को प्रमुख चुना, जो कुछ समय बाद ही इस्तीफा देने को मजबूर हो गया। राहुल ने कहा कि उस व्यक्ति ने मुझसे अपनी मजबूरी शेयर करते हुए कहा था कि उसे संघ के लोगों की सूची थमाई गई है और उनको भर्ती करने को कहा गया है। सरकार की इसके पीछे यह सोच है कि देश में ऐसा कोई संस्थान न हो, जिसमें संघ के लोग न हो हों।”
संघ प्रमुख पर टिप्पणी करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ”मोहन भागवत राष्ट्र को एकजुट और संगठित करने की बात कहते हैं। आखिर वो राष्ट्र को संगठित करने वाले होते कौन हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल दागते हुए कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि क्या मोहन भागवत भगवान हैं? देश खुद अपने आपको संगठित कर सकता है। राहुल गांधी ने इस दौरान सरकार पर हर संस्था में संघ की घुसपैठ कराने का आरोप भी लगाया। 2014 में जब मोदी सत्ता में आए तो उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति को एसपीजी को प्रमुख चुना, जो कुछ समय बाद ही इस्तीफा देने को मजबूर हो गया। राहुल ने कहा कि उस व्यक्ति ने मुझसे अपनी मजबूरी शेयर करते हुए कहा था कि उसे संघ के लोगों की सूची थमाई गई है और उनको भर्ती करने को कहा गया है। सरकार की इसके पीछे यह सोच है कि देश में ऐसा कोई संस्थान न हो, जिसमें संघ के लोग न हो हों।”
हालांकि राहुल यह आरोप लगाते समय भूल गए कि भारत का कोई भी नागरिक देश को संगठित व शक्तिशाली बनाने में अपना योगदान दे सकता है, लेकिन राहुल गांधी के बयान का संघ के पदाधिकारी या खुद भागवत क्या जवाब देंगे, इसका लोगों को, खासकर आरएसएस से जुड़े लोगों को इंतजार है।
रविवार शाम को दिनभर की गतिविधियों की जानकारी देने के लिए संघ के जोधपुर प्रांत प्रचार प्रमुख पंकज कुमार मीडिया से रूबरू होंगे, तब हो सकता है वे इस बारे में कोई बयान जारी करे। हालांकि संघ पदाधिकारियों का कहना है कि आरएसएस का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन कांग्रेस के निशाने पर संघ हमेशा रहा है।