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Video : युवा पीढ़ी को पेड़ों का महत्व बताएं, पर्यावरण संरक्षण से ही बचेगा जीवन

locationनागौरPublished: Jul 22, 2019 06:33:07 pm

Submitted by:

shyam choudhary

Tell the Importance of Trees to the Young Generation वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई ने कहा – पॉजीटिव सोच के साथ आगे बढ़ें, राजस्थान पत्रिका एवं थलांजू विकास समिति की तत्वावधान में ग्राम वन महोत्सव का आयोजन

Gram Van Mahotsav

Vishnoi said- Tell the Importance of Trees to the Young Generation

नागौर. ‘परमार्थ एवं पर्यावरण संरक्षण के कार्यों में सभी का योगदान जरूरी है। यदि हम समय रहते नहीं चेते तो आने वाला समय बड़ा विकट होगा। आज जिस प्रकार पानी की बोतल साथ लेकर चलते हैं, उसी प्रकार ऑक्सीजन की बोतल साथ लेकर चलनी पड़ेगी।’ यह बात नागौर के प्रभारी मंत्री तथा प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई Forest and Environment Minister Sukhram Bishnoi ने रविवार को नागौर पंचायत समिति के थलांजू गांव में आयोजित ‘ग्राम वन महोत्सव’ Gram Van Mahotsav को संबोधित करते हुए कही।
राजस्थान पत्रिका के हरियाळो राजस्थान अभियान hariyalo rajasthan campaign के तहत थलांजू विकास समिति एवं विभिन्न संगठनों के सहयोग से आयोजित वन महोत्सव में मंत्री विश्नोई, नागौर विधायक मोहनराम चौधरी, पूर्व डीआईजी सवाईसिंह चौधरी, प्रधान ओमप्रकाश सेन, पर्यावरण प्रेमी हिम्मताराम भाम्भू सहित कई जनप्रतिनिधि, पर्यावरण प्रेमी एवं ग्रामीण व विद्यार्थी शामिल हुए तथा विभिन्न प्रजाति के पौधे लगाए। गांव के श्री गोसांईजी महाराज मंदिर परिसर में किए गए पौधरोपण को लेकर समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि गत वर्ष करीब साढ़े 300 पौधे लगाए गए थे, इस बार भी इतने ही पौधे लगाने का लक्ष्य है। पौधों के पेड़ बनाना मुख्य उद्देश्य है और इसके लिए पौधों को समय-समय पर पानी देने तथा उनकी सुरक्षा के लिए तारबंदी करने का संकल्प लिया।
पेड़ों में देवताओं का वास
प्रभारी मंत्री बिश्नोई ने कहा कि हमारे बुजुर्गों ने प्रत्येक पेड़ को देवी-देताओं से जोड़ा, ताकि उनका संरक्षण हो। उन्होंने पीपल व खेजड़ी के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि ये ऐसे पेड़ हैं, जो सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देते हैं तथा खेजड़ी के नीचे फसल भी हो जाती है, जबकि दूसरे पेड़ों के नीचे नहीं होती। उन्होंने पुराना समय याद दिलाते हुए कहा कि खेजड़ी की पत्तियों व छाल के सहारे हमारे बुजुर्गों ने अकाल निकाल लिया। उन्होंने कहा कि पेड़ का महत्व तब पता चलता है, जब हम भुगतते हैं।
वन विभाग वालों का मार्गदर्शन जरूरी – चौधरी
नागौर विधायक मोहनराम चौधरी ने मंत्री बिश्नोई को संबोधित करते हुए कहा कि वे वन विभाग वालों का थोड़ा मार्गदर्शन करें। जिले में ज्यादातर स्थानों पर इन्होंने बबूल और झाडिय़ां लगा दी, जिनके आसपास न तो घास उगती है और न ही उनसे छाया मिलती है। पौधे ही लगाने हैं तो ऐसे लगाने चाहिए, जिससे अच्छी लकड़ी, छाया, फल आदि मिले। विधायक ने राजस्थान पत्रिका की ओर से शहर में तालाबों की सफाई व सौंदर्यकरण को लेकर चलाए गए अभियान एवं हरियाळो राजस्थान की सराहना करते हुए कहा कि इससे लोगों में जागरुकता आई है।
उडऩदस्ता चौकी स्थापित करने की मांग
पर्यावरण प्रेमी हिम्मताराम भाम्भू ने मंत्री बिश्नोई को ज्ञापन सौंपकर जिले में पर्यावरण संरक्षण एवं वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए जिले में एक उडऩदस्ता चौकी स्थापित करने की मांग की। भाम्भू ने बताया कि जिले में हरिण शिकार, मोर शिकार सहित अन्य वन्य जीवों के शिकार की घटनाएं काफी बड़ी संख्या में होने लगी हैं, जिनकी रोकथाम के लिए हथियारबद्ध उडऩ दस्ता व चौकी स्थापित की जाए, ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके। उन्होंने रोटू व गोगेलाव कंजर्वेशन क्षेत्र में धामण घास (सेवण घास) लगाने की मांग भी की।
ये रहे उपस्थित
वन महोत्सव कार्यक्रम में बीआर मिर्धा कॉलेज के एनसीसी प्रभारी प्रेमसिंह बुगासरा, मोहनराम सुथार, बाराणी सरपंच आशाराम, सरपंच नानकराम हुड्डा, पूर्व सरपंच अनोपचंद बिश्नोई, दुर्गसिंह उदावत, रेवंत घंटियाला, अमराराम, परसाराम, सिरामाराम, पुरखाराम, फुसाराम, जेठाराम, लिखमाराम, पेमारामख् सुखाराम, हरिराम, पन्नाराम, भादरराम, भंवरसिंह, गुमानाराम, मूलाराम सुथार, खेताराम, आशुराम, पूरबाराम, तुलछाराम, रामूराम, सोहनराम सहित थलांजू विकास समिति के सदस्य उपस्थित रहे। इस मौके पर सिंगड़ के चतुराराम ने 7100 रुपए का आर्थिक सहयोग भी दिया।

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