सदर थानाधिकारी वर्मा की जांच में सामने आया कि भीलवाड़ा जिले के बडलियास थाना क्षेत्र के मुरलिया निवासी जमनालाल पुत्र नन्दराम गाडरी व चित्तौडगढ़़ निवासी शिवसिंह राजपूत को नागौर के कुम्हारी दरवाजा निवासी सुनील सेन उर्फ पोनी पुत्र त्रिलोक सेन, छावटा खुर्द हाल कुम्हारी दरवाजा निवासी लोकेश जाखड़, सोमणा हाल कुम्हारी दरवाजा निवासी हनुमान जाट ने अफीम खरीदने के लिए नागौर बुलाया था। भीलवाड़ा से लाई गई अफीम को बिकवाने के लिए लोकेश ने अपने बुआ के बेटे रामअवतार तांडी को साथ मिला लिया। रामअवतार ने कुम्हारी दरवाजा क्षेत्र में देसी शराब दुकान चलाने वाले ठेकेदार फिड़ौद निवासी नारायण जाखड़, डेह रोड निवासी प्रताप माली व इंदिरा कॉलोनी निवासी ज्ञानीराम माली से बात की। तीनों ने अफीम की जांच की तथा शराब ठेके पर काम करने वाले बड़ली निवासी सुखाराम माली को साथ मिलाकर अफीम बेचने आए लडक़ों को डेह रोड स्थित प्रताप माली के मकान पर बुलाया। जहां दोनों लडक़ों को आबकारी पुलिस का भय दिखाकर अफीम लूटने का षडय़ंत्र रचा।
अफीम लूट के षडय़ंत्र को अमलीजामा पहनाने के लिए आरोपियों ने आबकारी विभाग के जमादार रामशरण सिंह गुर्जर व जमादार गोविन्दसिंह शेखावत से बात कर शामिल कर लिया। इसके बाद योजना के मुताबिक रामअवतार अपने साथ जमनालाल, शिवसिंह, सुनील सेन, लोकेश जाखड़ एवं हनुमान जाट को लेकर सुशील मिल के पास प्रताप माली के मकान पर पहुंचा, जहां प्रताप माली, नारायण जाखड़ व ज्ञानीराम अफीम का सौदा करने का नाटक करने लगे। इसी दौरान सुखाराम माली अपने साथ आबकारी के गोविन्द शेखावत व रामशरण सिंह गुर्जर को लेकर वहां पहुंच गया, जिन्होंने जमनालाल व शिवसिंह से अफीम छीन ली और उन्हें डरा धमकाकर वहां से भगा दिया। पुलिस के डर से सुनील सेन, लोकेश जाखड़ और हनुमान जाट भी मौके से भाग गए। इसके बाद प्रताप माली व नारायण जाखड़ ने अफीम अपने पास रख ली और दोनों जमादारों को आबकारी कार्यालय छोड़ दिया। इसके बाद रामअवतार ने दोनों से अपना हिस्सा मांगा तो उन्होंने पैसों का इंतजाम होने तक एक थैली में अफीम डालकर उसे दे दी, जिसे मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद एक-एक करके पकड़े गए।
रामअवतार से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने ज्ञानीराम पुत्र ताराचंद माली, सुखाराम पुत्र गंगाराम माली, जमनालाल पुत्र जगनलाल तथा आबकारी के जमादार कुसुम्बी निवासी गोविन्दसिंह शेखावत व अलवर के जैनपुरवास निवासी रामशरण सिंह गुर्जर को गिरफ्तार किया गया है। इसमें सुनील सेन पुत्र त्रिलोक सेन, लोकेश पुत्र राजाराम जाट, हनुमान जाट, नारायण जाखड़, प्रताप पुत्र रामजस भाटी एवं शिवसिंह राजपूत को गिरफ्तार किया जाना शेष है।
डीएसपी मिश्रा ने बताया कि आबकारी विभाग के जमादार 20-20 हजार रुपए के लिए अफीम की तस्करी में शामिल हुए। तस्कारों ने उन्हें अफीम बिकवाने के लिए 20-20 हजार रुपए देने का ऑफर दिया था, जिस पर उन्होंने न केवल अपनी नौकरी दांव पर लगाई, बल्कि विभाग की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान लगा दिए।