सभी वर्गों से जुडऩे की दी सीख
संघ प्रमुख भागवत ने शाखाओं के माध्यम से सज्जन शक्ति को संगठित कर शाखाओं को सर्वस्पर्शी बनाते हुए सम्पूर्ण समाज को संगठित करने के संघ के लक्ष्य को मंडल कार्यवाहों के बीच रखा। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से जुडऩे की सीख दी। प्रांत भर से आए मंडल कार्यवाह व अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों का अभ्यास वर्ग 24 सितम्बर को दोपहर तक चलेगा। जिसमें भागवत शाखा व संगठन विषयों पर चर्चा करेंगे। गौरतलब है कि भागवत का नागौर में पांच दिवसीय प्रवास है।
संघ प्रमुख भागवत ने शाखाओं के माध्यम से सज्जन शक्ति को संगठित कर शाखाओं को सर्वस्पर्शी बनाते हुए सम्पूर्ण समाज को संगठित करने के संघ के लक्ष्य को मंडल कार्यवाहों के बीच रखा। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से जुडऩे की सीख दी। प्रांत भर से आए मंडल कार्यवाह व अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों का अभ्यास वर्ग 24 सितम्बर को दोपहर तक चलेगा। जिसमें भागवत शाखा व संगठन विषयों पर चर्चा करेंगे। गौरतलब है कि भागवत का नागौर में पांच दिवसीय प्रवास है।
फाटक पर करना पड़ा इंतजार
संघ प्रमुख भागवत जोधपुर से सुबह पौने 11 बजे नागौर शारदा बाल निकेतन स्थित कार्यक्रम स्थल पहुंचे। भागवत को नागौर में प्रवेश करने के बाद कार्यक्रम स्थल तक लाने के लिए नागौर के बीकानेर रोड से डीडवाना बाइपास होते हुए शारदा बाल निकेतन विद्यालय लाया गया, लेकिन बीच में फाटक बंद होने से संघ प्रमुख भागवत व उनकी टीम को करीब 10 मिनट तक फाटक खुलने का इंतजार करना पड़ा।
संघ प्रमुख भागवत जोधपुर से सुबह पौने 11 बजे नागौर शारदा बाल निकेतन स्थित कार्यक्रम स्थल पहुंचे। भागवत को नागौर में प्रवेश करने के बाद कार्यक्रम स्थल तक लाने के लिए नागौर के बीकानेर रोड से डीडवाना बाइपास होते हुए शारदा बाल निकेतन विद्यालय लाया गया, लेकिन बीच में फाटक बंद होने से संघ प्रमुख भागवत व उनकी टीम को करीब 10 मिनट तक फाटक खुलने का इंतजार करना पड़ा।
हर वर्ष होता है प्रवास
संघ के सर संघचालक मोहन भागवत नागौर में पांच दिन तक रूककर संघ की विभिन्न गतिविधियों व कार्यों की समीक्षा करेंगे। जोधपुर प्रांत के प्रचार प्रमुख पंकज कुमार ने बताया कि सामान्य रूप से स्वयंसेवकों का प्रशिक्षण व कार्य विस्तार की समीक्षा समय-समय पर होती है, जिसके तहत सम्बन्धित क्षेत्र में सर संघचालक मोहन भागवत का वार्षिक प्रवास होता है, उसी के तहत इस बार नागौर में यह प्रवास कार्यक्रम रखा है। इसमें स्वयंसेवकों की प्रशिक्षण व्यवस्था के साथ कार्य विस्तार, ग्रामीण क्षेत्र में समरसता के काम, कुटुम्ब प्रबोधन के कार्यों पर भी चर्चा होगी।
संघ के सर संघचालक मोहन भागवत नागौर में पांच दिन तक रूककर संघ की विभिन्न गतिविधियों व कार्यों की समीक्षा करेंगे। जोधपुर प्रांत के प्रचार प्रमुख पंकज कुमार ने बताया कि सामान्य रूप से स्वयंसेवकों का प्रशिक्षण व कार्य विस्तार की समीक्षा समय-समय पर होती है, जिसके तहत सम्बन्धित क्षेत्र में सर संघचालक मोहन भागवत का वार्षिक प्रवास होता है, उसी के तहत इस बार नागौर में यह प्रवास कार्यक्रम रखा है। इसमें स्वयंसेवकों की प्रशिक्षण व्यवस्था के साथ कार्य विस्तार, ग्रामीण क्षेत्र में समरसता के काम, कुटुम्ब प्रबोधन के कार्यों पर भी चर्चा होगी।
26 को जुटेंगे प्रदेश भर के कार्यकारिणी सदस्य
24 सितम्बर को दोपहर बाद व 25 को वानप्रस्थी कार्यकर्ताओं की बैठकें होंगी, जिसमें प्रदेश भर के करीब एक हजार कार्यकर्ता शामिल होंगे। 26 सितम्बर को संघ के तीनों प्रांत जोधपुर, जयपुर व चित्तौड़ की प्रांत कार्यकारिणी एवं राजस्थान की कार्यकारिणी के साथ संघ प्रमुख भागवत चर्चा करेंगे, जिसमें प्रमुख रूप से संघ के नियमित कार्यों पर चर्चा होगी। संघ पदाधिकारियों का कहना है कि सभी कार्यक्रम समरसता, कुटुम्ब प्रबोधन, ग्राम विकास एवं संघ कार्यों का विस्तार व स्वयंसेवकों के प्रशिक्षण पर आधारित हैं।
24 सितम्बर को दोपहर बाद व 25 को वानप्रस्थी कार्यकर्ताओं की बैठकें होंगी, जिसमें प्रदेश भर के करीब एक हजार कार्यकर्ता शामिल होंगे। 26 सितम्बर को संघ के तीनों प्रांत जोधपुर, जयपुर व चित्तौड़ की प्रांत कार्यकारिणी एवं राजस्थान की कार्यकारिणी के साथ संघ प्रमुख भागवत चर्चा करेंगे, जिसमें प्रमुख रूप से संघ के नियमित कार्यों पर चर्चा होगी। संघ पदाधिकारियों का कहना है कि सभी कार्यक्रम समरसता, कुटुम्ब प्रबोधन, ग्राम विकास एवं संघ कार्यों का विस्तार व स्वयंसेवकों के प्रशिक्षण पर आधारित हैं।
ढाई साल बाद फिर तैयार हुआ झोपड़ा
आरएसएस प्रमुख भागवत करीब ढाई साल बाद एक बार फिर नागौर की धरती पर आए हैं। विशेष बात यह है कि भागवत यहां पांच दिन तक रहेंगे और संघ द्वारा चलाई जाने वाली विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा करेंगे। मार्च 2016 में अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में भाग लेने जब भागवत नागौर आए थे तो उनके लिए विशेष तौर पर राजस्थानी परम्परा को साकार करने के लिए झोपड़ा तैयार किया गया था तथा देसी गाय का दूध उपलब्ध कराने के लिए विद्यालय परिसर में ही गाय बांधी गई थी। ढाई साल बाद एक बार फिर उसी झोपड़े में भागवत को ठहराया गया है, जिसके तहत झोपड़े को तैयार कर आसपास व अंदर गाय के गोबर से आंगन भी लिपा गया है।
आरएसएस प्रमुख भागवत करीब ढाई साल बाद एक बार फिर नागौर की धरती पर आए हैं। विशेष बात यह है कि भागवत यहां पांच दिन तक रहेंगे और संघ द्वारा चलाई जाने वाली विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा करेंगे। मार्च 2016 में अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में भाग लेने जब भागवत नागौर आए थे तो उनके लिए विशेष तौर पर राजस्थानी परम्परा को साकार करने के लिए झोपड़ा तैयार किया गया था तथा देसी गाय का दूध उपलब्ध कराने के लिए विद्यालय परिसर में ही गाय बांधी गई थी। ढाई साल बाद एक बार फिर उसी झोपड़े में भागवत को ठहराया गया है, जिसके तहत झोपड़े को तैयार कर आसपास व अंदर गाय के गोबर से आंगन भी लिपा गया है।
ये भी हुए शामिल
शनिवार से शुरू हुए अभ्यास वर्ग में अखिल भारतीय बौद्धिक शिक्षण प्रमुख स्वांतरंजन, क्षेत्रीय प्रचारक दुर्गादास, प्रांत संघचालक ललित शर्मा, प्रांत कार्यवाह श्याममनोहर, प्रांत प्रचारक योगेन्द्र सहित प्रांतीय, क्षेत्रीय पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
शनिवार से शुरू हुए अभ्यास वर्ग में अखिल भारतीय बौद्धिक शिक्षण प्रमुख स्वांतरंजन, क्षेत्रीय प्रचारक दुर्गादास, प्रांत संघचालक ललित शर्मा, प्रांत कार्यवाह श्याममनोहर, प्रांत प्रचारक योगेन्द्र सहित प्रांतीय, क्षेत्रीय पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।