बसपा से प्रत्याशी मैदान में होने से पहले यह माना जा रहा था कि वे कांग्रेस के वोट बैंक में सेंधमारी करेंगे, लेकिन शनिवार को उन्होंने कांग्रेस को समर्थन दे दिया। इसकी जानकारी खुद कांग्रेस जिलाध्यक्ष जाकिर हुसैन गैसावत ने जिला कांग्रेस कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी कि बसपा प्रत्याशी मुश्ताक खान जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री हैं और उन्होंने आज फिर कांग्रेस को समर्थन दिया है। इस दौरान मुश्ताक खान भी साथ रहे।
जिलाध्यक्ष गैसावत ने बताया कि जैसे ही मुश्ताक खान ने बसपा से नामांकन भरा, उन्हें झटका लगा और उन्होंने मुश्ताक खान से सम्पर्क किया। उनके साथ स्थानीय कांग्रेस नेताओं के अलावा आलाकमान के नेताओं ने भी उनसे सम्पर्क कर कांग्रेस का साथ देने के लिए कहा, जिस पर उन्होंने सहमति दे दी और शनिवार को फिर कांग्रेस में आ गए। उन्होंने कहा कि खान पहले कांग्रेस के महामंत्री थे और अब भी उनका पद बरकरार रहेगा।
जिलाध्यक्ष गैसावत ने बताया कि जैसे ही मुश्ताक खान ने बसपा से नामांकन भरा, उन्हें झटका लगा और उन्होंने मुश्ताक खान से सम्पर्क किया। उनके साथ स्थानीय कांग्रेस नेताओं के अलावा आलाकमान के नेताओं ने भी उनसे सम्पर्क कर कांग्रेस का साथ देने के लिए कहा, जिस पर उन्होंने सहमति दे दी और शनिवार को फिर कांग्रेस में आ गए। उन्होंने कहा कि खान पहले कांग्रेस के महामंत्री थे और अब भी उनका पद बरकरार रहेगा।
ताकि बसपा से नहीं लड़े कोई चुनाव
कांग्रेस से जुड़े मुश्ताक खान के बसपा से चुनाव नहीं लडकऱ कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा करने के बाद राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा होने लगी कि कांग्रेस के लोगों ने रणनीति के तहत मुश्ताक खान को बसपा के टिकट से नामांकन करवाया, ताकि दूसरा कोई बसपा के टिकट से चुनाव नहीं लड़ सके और ऐन वक्त पर मुश्ताक कांग्रेस में शामिल हो जाए। इसको लेकर पत्रकार वार्ता में जब कांग्रेस जिलाध्यक्ष गैसावत से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह सब बेबुनियाद आरोप हैं, जिनका कोई आधार नहीं है। मुश्ताक खान कांग्रेस से जुड़े हुए हैं और उनको वापस पार्टी में लाने के लिए सबकी मेहनत रही।
कांग्रेस से जुड़े मुश्ताक खान के बसपा से चुनाव नहीं लडकऱ कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा करने के बाद राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा होने लगी कि कांग्रेस के लोगों ने रणनीति के तहत मुश्ताक खान को बसपा के टिकट से नामांकन करवाया, ताकि दूसरा कोई बसपा के टिकट से चुनाव नहीं लड़ सके और ऐन वक्त पर मुश्ताक कांग्रेस में शामिल हो जाए। इसको लेकर पत्रकार वार्ता में जब कांग्रेस जिलाध्यक्ष गैसावत से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह सब बेबुनियाद आरोप हैं, जिनका कोई आधार नहीं है। मुश्ताक खान कांग्रेस से जुड़े हुए हैं और उनको वापस पार्टी में लाने के लिए सबकी मेहनत रही।