scriptमासूम बच्ची को मेड़ता सिटी रेलवे स्टेशन पर लावारिस छोड़ गए परिजन | The innocent child was left unattended at Merta City railway station | Patrika News

मासूम बच्ची को मेड़ता सिटी रेलवे स्टेशन पर लावारिस छोड़ गए परिजन

locationनागौरPublished: Jan 21, 2019 01:43:19 pm

Submitted by:

shyam choudhary

विश्राम गृह में लावारिस बच्ची की सूचना मिलने पर मेड़ता सिटी थाना पुलिस पहुंची मौके पर

innocent child was left unattended at Merta City railway station

The innocent child was left unattended at Merta City railway station

मेड़ता सिटी (नागौर). मेड़ता सिटी रेलवे स्टेशन के विश्राम गृह में शनिवार रात्रि कोई अज्ञात परिजन अपनी ढाई वर्षीय मासूम पुत्री को एक थैले में रखे कपड़ों के साथ रामभरोसे छोडकऱ चला गए। तडक़े 4 बजे करीब मासूम के विश्राम गृह में बैठे हुए रोने की आवाज सुनकर नागरिक उसके पास पहुंचे। रोती हुई बच्ची के पास घंटों तक किसी परिजन के नहीं पहुंचने पर नागरिकों ने रेलवे स्टेशन मास्टर, मेड़ता सिटी थाना तथा रेलवे पुलिस को विश्राम गृह में लावारिस बच्ची के होने की सूचना दी।
विश्राम गृह में लावारिस बच्ची की सूचना मिलने पर पहले मेड़ता सिटी थाना पुलिस पहुंची। तथा लावारिस बच्ची को कब्जे में लिया। मेड़ता रोड से जीआरपी पुलिस के पहुंचने पर लावारिस बच्ची के परिजनों की तलाशी के प्रयास किए गए। लावारिस बच्ची को देखने सुबह 7 बजे बाद मेड़ता सिटी रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में नागरिक पहुंचने लगे। संभवतय ढाई वर्ष करीब इस लावारिस बच्ची को कोई रेलवे स्टेशन के विश्राम गृह में छोड़ के चला गया। बच्ची के पास एक बैग था रखा हुआ था। जिसमें एक कंबल, एक जोड़ी कपड़े, एक बिस्किट का पैकेट, एक बोतल, तेल की शीशी-कंगी मिली है।
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष ने बच्ची को शिशु गृह भेजा
जीआरपी पुलिस को मेड़ता सिटी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर शनिवार को लावारिस हालत में मिली दो वर्षीय बालिका को रविवार को बाल कल्याण समिति नागौर के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे शिशु गृह भेजने के आदेश दिए गए। जीआरपी मेड़ता रोड थानाधिकारी हरिराम ने बताया कि रविवार दोपहर में रेल प्रशासन व यात्रियों की सूचना पर जीआरपी मेड़ता सिटी रेलवे स्टेशन पहुंची, वहां पर एक दो वर्षीय बालिका यात्रियों के पास थी। उसे मेड़ता रोड लाया गया। सोशियल मीडिया पर भी बालिका की फोटो पोस्ट की गई, लेकिन परिजनों का सुराग नहीं लग सका। आखिर नागौर बाल कल्याण समिति को सूचना दी गई, जिस पर नागौर से ग्रीनवेल चिल्ड्रन सोसायटी के सदस्य धर्मेन्द्र, हेमसिंह व परामर्शदाता सपना टाक मेड़ता रोड पहुंचे, जहां से बच्ची को अपनी देखरेख व संरक्षण लेकर नागौर आए और यहां जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष कुंदनसिंह आचीणा के निवास पर पेश किया। समिति अध्यक्ष ने बालिका के हित को देखते हुए उसे शिशु गृह भेजने के आदेश दिए।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो